झारखंड के सरकारी संस्कृत विद्यालयों में एक भी शिक्षक नहीं, लेकिन मध्यमा का परीक्षा परिणाम 99 प्रतिशत
वर्ष 2019 में झारखंड एकेडमिक काउंसिल या जैक ने मध्यमा के परीक्षार्थियों की कॉपी की जांच हाइस्कूल शिक्षकों से करायी,तो रिजल्ट में काफी कमी आ गयी. वर्ष 2019 में रिजल्ट राज्य गठन के बाद सबसे कम हो गया. मात्र 55 फीसदी विद्यार्थी ही पास कर सके. संस्कृत स्कूल के संचालक व शिक्षकों ने इसका विरोध किया.
By Prabhat Khabar News Desk | July 26, 2021 7:09 AM
Array
(
[0] => https://dy3rma73kowlp.cloudfront.net/uploads/2024/01/2019_10largeimg14_Oct_2019_124442890.jpg
[1] => 650
[2] => 400
[3] =>
)