Bihar Chunav 2025: बिहार चुनाव से पहले अपराधियों पर शिकंजा, बन रही कुंडली, पुलिस ने निगरानी बढ़ाई

Bihar Chunav 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले कानून-व्यवस्था को लेकर सियासत तेज हो गई है. विपक्ष सरकार पर हमलावर है, वहीं पुलिस ने अपराध नियंत्रण को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. अपराधियों की सूची बन रही है. सोशल मीडिया पर नजर है और चुनाव को शांतिपूर्ण बनाने की रणनीति तैयार हो रही है.

By Paritosh Shahi | August 2, 2025 4:54 PM
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Bihar Chunav 2025: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए कानून-व्यवस्था को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया है. विपक्ष लगातार सरकार पर इस मुद्दे पर हमलावर है, वहीं दूसरी ओर पुलिस प्रशासन ने राज्य में अपराध नियंत्रण को लेकर अपनी तैयारी तेज कर दी है. पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पिछले पांच वर्षों में घटित आपराधिक मामलों की समीक्षा की जाए और उनमें शामिल अपराधियों का पूरा रिकॉर्ड तैयार किया जाए. खास तौर पर जेल में बंद कुख्यात अपराधियों पर कड़ी नजर रखने को कहा गया है, क्योंकि कई बार ऐसे अपराधी जेल में रहते हुए भी आपराधिक गतिविधियों की साजिश रचते हैं.

अपराधियों से की जा रही है पूछताछ

हाल ही में जेल से रिहा हुए शातिर अपराधियों जैसे सुपारी किलर, लुटेरे, डकैत और गंभीर मामलों में संलिप्त लोगों की एक सूची बनाने का आदेश भी जारी किया गया है. थाना स्तर पर इन अपराधियों की गतिविधियों पर निरंतर निगरानी रखने को कहा गया है.

बताया जा रहा है कि बिहार पुलिस ने विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष कराने के लिए अब से ही कड़ा रवैया अपना लिया है. हत्या, लूटपाट, डकैती और चुनावी हिंसा जैसे गंभीर मामलों में संलिप्त अपराधियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है.

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क्या बोले गोपालगंज के एसपी

गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक (SP) अवधेश दीक्षित ने बताया कि 2021 से 2025 तक के अपराध मामलों की छानबीन की जा रही है. जिन मामलों में पेशेवर अपराधी शामिल थे, उनकी सूची तैयार की गई है. जेल में बंद और बाहर मौजूद दोनों तरह के अपराधियों के सत्यापन का काम तेजी से चल रहा है ताकि चुनाव के दौरान किसी भी तरह की अशांति से बचा जा सके.

पुलिस द्वारा लंबित गिरफ्तारी वारंट, कुर्की-जब्ती और अन्य कानूनी कार्रवाइयों में भी तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं. इलेक्शन और आर्म्स एक्ट से संबंधित मामलों की जांच को जल्द से जल्द पूरा करने को कहा गया है.

इंटरनेट मीडिया पर अफवाह और भड़काऊ सामग्री फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई के लिए सोशल मीडिया यूनिट और साइबर सेल को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है. जिला स्तर पर बनी विशेष टीमें सोशल मीडिया पर 24×7 नजर बनाए हुए हैं, ताकि कोई भी शांति भंग करने वाली गतिविधि समय रहते रोकी जा सके.

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