कार बाजारों में महंगी हो सकती हैं एसयूवी और लग्जरी कारें, जानिये क्यों…?

नयी दिल्ली: यदि कोई लग्जरी और एसयूवी कारों को खरीदने का मन बना रहे हों, तो सावधान हो जायें. इसका कारण यह है कि भारत के कार बाजारों में लग्जरी और एसयूवी कारों की कीमतों में इजाफा होने वाला है. इन कारों की कीमतों में इजाफा होने की एकमात्र वजह वस्तु एवं सेवाकर यानी जीएसटी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 7, 2017 12:23 PM
an image

नयी दिल्ली: यदि कोई लग्जरी और एसयूवी कारों को खरीदने का मन बना रहे हों, तो सावधान हो जायें. इसका कारण यह है कि भारत के कार बाजारों में लग्जरी और एसयूवी कारों की कीमतों में इजाफा होने वाला है. इन कारों की कीमतों में इजाफा होने की एकमात्र वजह वस्तु एवं सेवाकर यानी जीएसटी में लग्जरी और एसयूवी कारों पर अतिरिक्त सेस लगाया जाना है. जीएसटी परिषदकी होने वालीबैठकमें लग्जरी गाड़ियों और SUV पर लगने वाले सेस को 15फीसदी से बढ़ाकर 25फीसदी करने का फैसला कर सकता है. इस फैसले के लिए परिषद को जीएसटी कॉम्पेंसेशन लॉ में संशोधन की जरूरत पड़ेगी, जिसके बाद एसयूवी या लग्जरी कारें महंगी हो जायेंगी.

GST से तत्काल पैदा होगी एक लाख नौकरियां, नौकरियों में 10-13 फीसदी इजाफा की संभावना


मीडिया में आ रही रिपोर्ट के मुताबिक, अगर सेस 15फीसदी से 25 फीसदी तक हो जाता है, तो जो अभी कारों का जीएसटी के तहत सबसे ऊंचा 28 फीसदी का स्लैब बढ़ जायेगा. यानी जीएसटी कानून में संशोधन के बाद 43फीसदी में 28फीसदी और जुड़ जायेंगे, तो यहकुल 53फीसदी हो जायेगा. इसके अलावा, खबर यह भी है कि जीएसटी परिषद पहले ही सेस सहित इस पर अधिकतम टैक्स 40फीसदी तय कर चुकी है.


मीडिया की खबरों के अनुसार, 4 मीटर की लंबाई वाली छोटी पेट्रोल और 1,200सीसी इंजन की क्षमता वाली गाड़ियों पर 1फीसदी सेस लगाया गया है, जबकि इसी लंबाई और 1,500सीसी क्षमता वाली डीजल गाड़ियों पर 3फीसदी का सेस तय किया गया है. मिड साइज की बड़ी कारों या SUV पर सेस 15फीसदी है, जिसकी वजह से जीएसटी लागू होने के बाद कुछ मॉडल्स के दाम में कमी आयी थी. गौरतलब है कि बीतीएक जुलाई को जीएसटी लागू होने के बाद कई कार कंपनियों ने गाड़ियों की कीमत में कटौती की थी. हालांकि, कुछ कार कंपनियों को छोटी गाड़ियों के दाम में सेस की वजह से बढ़ोतरी करनी पड़ी थी.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें

Business

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version