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रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया प्रशांत क्षेत्र में कार्यालय स्थल की मांग में प्रौद्योगिकी कंपनियों का प्रमुख योगदान है, जबकि क्षेत्र में सिलिकॉन वैली जैसा कोई बड़ा शहर या हब नहीं है. अध्ययन में कारोबारी परिस्थितियों, नवोन्मेषी वातावरण और लागत तथा उपलब्धता के आधार पर एशिया-प्रशांत के 15 शहरों को रैंकिंग दी गयी है. कारोबार और नवोन्मेष के वातावरण को अध्ययन में 40 फीसदी का भारांश दिया गया है, जबकि लागत को 20 फीसदी का भारांश दिया गया है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि इनमें प्रमुख शहर बीजिंग, बेंगलुरु, शंघाई, सिंगापुर और गुड़गांव हैं. कारोबार करने की परिस्थितियों तथा नवोन्मेषी माहौल के मामले में इन शहरों की स्थिति काफी अच्छी है. साथ ही, लागत और उपलब्धता के मामले में भी इन शहरों की स्थिति बेहतर है.
सीबीआरई इंडिया के चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अंशुमन मैगजीन ने कहा कि भारत में प्रौद्योगिकी कंपनियों की संख्या लगातार बढ़ रही है. भारत लगातार ऐसे क्षेत्र के रूप में आगे बढ़ रहा है, जहां बदलती प्रौद्योगिकी को तेजी से अपनाया जा रहा है.
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