अरामको ने रियाद के तदावुल शेयर बाजार में सुबह साढ़े 10 बजे कारोबार की शुरुआत की. अरामको ने आईपीओ की दर 32 रियाल यानी 8.53 डॉलर प्रति शेयर तय की थी और प्राथमिक बाजार में शेयर बेचकर 25.6 अरब डॉलर जुटाये. इस आईपीओ ने 2014 में अलीबाबा द्वारा के 25 अरब डॉलर के आईपीओ के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है. सउदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान की महत्वाकांक्षी योजना अर्थव्यवस्था को कच्चा तेल पर निर्भरता से उबारना है. इसके तहत अरामको की 1.5 फीसदी हिस्सेदारी यानी तीन अरब शेयरों को बेचने की पेशकश की गयी थी.
रियाद के तदावुल शेयर बाजार ने कहा कि स्थानीय समय के अनुसार सुबह साढ़े नौ बजे के बाद एक घंटे तक अरामको के शेयरों की शुरुआती नीलामी में कंपनी का शेयर 10 फीसदी उछलकर 35.2 रियाल यानी 9.39 डॉलर पर पहुंच गया. कंपनी के शेयर में उतार-चढ़ाव के लिए 10 फीसदी की अधिकतम सीमा लगायी गयी थी. कंपनी ने शुक्रवार को कहा था कि वह आईपीओ से जुटायी गयी कुल पूंजी को 29.4 अरब डॉलर पर पहुंचाने के लिए अतिरिक्त शेयरों को बेच सकती है.
आईपीओ के बाद अरामको 1,700 अरब डॉलर के बाजार पूंजीकरण के साथ दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बन गयी है. व्यक्तिगत निवेशक के रूप में अरामको के शेयर सिर्फ सऊदी अरब के नागरिक ही खरीद सकते हैं.
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