कल बुधवार की बात करें तो बंबई शेयर बाजार में बुधवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में नुकसान का सिलसिला कायम रहा. चीन की मुद्रा युआन का और अधिक अवमूल्यन किये जाने से जुडी फिक्र में सेंसेक्स करीब 354 अंक टूटकर 27,512.26 अंक पर आ गया था. इसके अलावा महत्वपूर्ण सुधार विधेयकों के मोर्चे पर कोई प्रगति नहीं होने से भी बाजार प्रभावित हुआ. यह सेंसेक्स का 28 जुलाई के बाद का निचला स्तर था.
युआन में पिछले दो दिन में करीब चार प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है.चीन के केंद्रीय बैंक द्वारा निर्यात बढाने के लिए अपनी मुद्रा के अवमूल्यन से भारत के इस्पात, इंजीनियरिंग उत्पाद और कपडा क्षेत्र प्रभावित हो सकते हैं. युआन की कमजोरी से क्षेत्र के अन्य केंद्रीय बैंकों पर अपनी मुद्रा के अवमूल्यन का दबाव बढेगा. इसी के प्रभाव से रुपया आज 60 पैसे टूटकर करीब दो साल के निचले स्तर 64.78 प्रति डालर पर आ गया.
हेम सिक्योरिटीज के निदेशक गौरव जैन ने कहा, ‘वैश्विक स्तर पर गिरावट के रुख से बाजार में गिरावट आयी. चीन की मुद्रा के अवमूल्यन की चिंता में ऐसा हुआ. ऐसा लगता है कि जीएसटी विधेयक संसद के मानसून सत्र में पारित नहीं हो पाएगा. बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 353.83 अंक या 1.27 प्रतिशत के नुकसान से 27,512.26 अंक पर आ गया. पिछले तीन सत्रों में सेंसेक्स 432.04 अंक का नुकसान दर्ज करा चुका है. सेंसेक्स के 30 शेयरों में 23 में नुकसान रहा और सात लाभ में रहे. नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 112.90 अंक या 1.33 प्रतिशत के नुकसान से 8,349.45 अंक पर आ गया.
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