रेल बजट 2016 : 7वें पे कमिशन को प्रभु की हरी झंडी, चार नयी ट्रेनों की सौगात

नयी दिल्ली : रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने मोदी सरकार की ओर से दूसरे रेल बजट में भाषण के दौरान सुरक्षा पर जोर दिया. उन्‍होंने कहा कि ट्रेनें सही समय पर चलें और सभी लोगों को रिजर्वेशन की सुविधा मिल सके इस पर काम कर रहे हैं. उन्‍होंने कहा कि ये भारत के आम नागरिक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 25, 2016 12:51 PM
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नयी दिल्ली : रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने मोदी सरकार की ओर से दूसरे रेल बजट में भाषण के दौरान सुरक्षा पर जोर दिया. उन्‍होंने कहा कि ट्रेनें सही समय पर चलें और सभी लोगों को रिजर्वेशन की सुविधा मिल सके इस पर काम कर रहे हैं. उन्‍होंने कहा कि ये भारत के आम नागरिक की आकांक्षा का बजट है. प्रभु ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन है कि रेलवे को भारत की प्रगति और आर्थिक विकास की रीढ़ बनाया जाए. रेलमंत्री ने कहा कि रेलवे के पुनर्गठन, पुनर्निर्माण और पुनरुद्धार की जरूरत है. काम करने के तरीकों में बदलाव करना होगा. माला भाड़ा नीतियों की परंपरागत तरीकों को बदलने की जरुरत है. उन्‍होंने कहा कि नागरिकों को ऐसी रेल सेवा मुहैया कराना है, जिस पर वे गर्व कर सकें.

उन्होंने कहा कि अगले वर्ष तक 1,84,820 करोड़ रुपये का राजस्व जुटा सकेंगे. 2020 तक स्वर्णिम चतुर्भुज पर सेमी हाईस्पीड ट्रेनें चलाने का लक्ष्य है. समय से गाड़ी चलाना और सभी को रिजर्वेशन मुहैया करना लक्ष्‍य है. यह लक्ष्‍य 2020 तक का है. 2020 तक 95 प्रतिशत ट्रेने समय से चलाना लक्ष्‍य है और जिस समय चाहें उस समय रिजर्वेशन की सुविधा मुहैया कराना भी एक अहम लक्ष्‍य है. प्रभु ने कहा कि हमारी कार्ययोजना के 3 स्तंभ हैं- नव-अर्जन, नव-मानक, नव-संरचना. उन्‍होंने कहा कि आगामी वित्तीय वर्ष में शून्य आधारित बजट प्रक्रिया की अवधारणा अपनाएंगे. हमारा निवेश पिछले वर्ष के औसत का लगभग दोगुना होगा. वित्तीय वर्ष 2016-17 में पूंजीगत योजना के लिए 1.21 लाख करोड़ रुपये रखे गए हैं.

डबल डेकर ट्रेन सहित चार नयी गाडि़यों की सौगात

रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने आज रेल बजट पेश करते हुए चार नयी हाई स्पीड ट्रेन चलाने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि तेजस, हमसफर, उदय और अंत्योदय नाम से चार नयी गाड़ियां चलायी जायेंगे. इन गाड़ियों की विशेषता यह है कि यह पूरी तरह वातानुकूलित होगा और तेजस और हमसफर 130 किलीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी. हमसफर में सभी बोगी वातानुकूलित होगी और खाने की भी व्यवस्था होगी. अंत्योदय एक्सप्रेस में सभी बोगी अनारक्षित होगी. इस ट्रेन को आम लोगों को ध्यान में रखकर चलाया जा रहा है. इसकी सारी बोगिया थर्ड एसी की होंगी. ‘उदय’ ट्रेन की विशेषता यह होगी कि यह डबल डेकर होगा और इसका परिचालन रात में किया जायेगा.

पे कमीशन का बोझ न्यूनतम

रेलमंत्री ने कहा कि हमने पे कमीशन की सिफारिशों को लागू करने में बेहतर प्रबंधन के कारण संतुलन बनाया है. उन्होंने कहा कि इस बार इस कारण हम पर मात्र 11 प्रतिशत अर्थ बोझ पड़ेगा, पिछली बार 32 प्रतिशत अर्थबोझ बढ़ा था.

ट्रेनों की स्पीड बढ़ायेंगे, स्वर्णिम चतुर्भुज पर हाइस्पीड ट्रेन चलायेंगे

रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि भारतीय रेलवे की एक्सप्रेस व मेल ट्रेनों की स्पीड हम 80 किमी प्रति घंटा व मालगाड़ी की स्पीड 50 किमी तक बढ़ा लेंगे. साथ ही स्वर्णिम चतुर्भुज पर हम हाइस्पीड ट्रेनें चलायेंगे, जिससे यात्रियों को सुविधा होगी.

लक्ष्य 2020

प्रभु ने कहा कि पहली बार स्वीकृत निर्माण कार्यों की ‘पिंक बुक’ में राज्य सरकार, अन्य एजेंसियों की भागीदारी परियोजनाओं की सूची शामिल की गयी है. उन्‍होंने कहा कि रेलवे अगर 1 रुपया का निवेश होगा तो भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था में 5 रुपये की वृद्धि होगी. 2020 तक आम आदमी की लंबे समय से चली आ रही आशाओं को पूरा कर पाने की उम्मीद है. प्रभु ने कहा कि 2020 तक मालगाड़ियों को टाइम-टेबल के अनुसार चलाने का लक्ष्य रखा गया है. 2020 तक संरक्षा रिकॉर्ड में पर्याप्त सुधार के लिए उच्चस्तरीय तकनीक का भी लक्ष्‍य रखा गया है. 2020 तक बिना चौकीदार वाली क्रॉसिंग को खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है. 2020 तक मालगाड़ियों की औसत गति 50 किमी/घंटे और मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों की औसत गति 80 किमी/घंटे तक करने का लक्ष्य रखा गया है. 2020 तक ट्रेनों से मल-मूत्र के सीधे डिस्चार्ज को समाप्त करने का लक्ष्य रखा गया है. प्रभु ने कहा कि पिछले वर्ष की गई 139 घोषणाओं पर कार्रवाई आरंभ कर दी गयी है. उन्‍होंने कहा कि भारतीय जीवन बीमा निगम ने अनुकूल शर्तों पर 1.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश की सहमति दी है. इससे रेलवे को जरुरी फायदा होगा. अन्‍य स्रोतों से भी निवेश जुटाने का प्रयास किया जा रहा है.

पटरियों का विस्तार

रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने रेल लाइन ट्रैक निर्माण की क्षमता वृद्धि पर जोर दिया और उपलब्धियां बतायी. उन्होंने कहा कि प्रति दिन बड़ी रेल लाइन निर्माण की क्षमता 4.6 किमी से बढ़ाकर हमने सात किमी कर ली, उन्होंने कहा कि अगले वित्तीय वर्ष यानी 2017 से 18 के बीच हम इसे 13 किमी और फिर 2018 से 19 के बीच 19 किमी प्रतिदिन कर लेंगे. उन्होंने कहा कि इस समय तक इस कार्य से 14 करोड़ मानव श्रम का सृजन होगा. उन्होंने बताया कि हमने 2500 किमी अतिरिक्त लाइन बिछायी है, जो पिछले वित्त से 30 प्रतिशत अधिक है. अगले साल हम इसे 2800 किमी कर लेंगे.उन्‍होंने कहा कि अगले वित्तीय वर्ष में 2,000 किमी का विद्युतीकरण करने का प्रस्ताव लाया है. 7 किमी प्रतिदिन की रफ्तार से बड़ी लाइन चालू करने में सफलता हासिल की है. त्रिपुरा की राजधानी अगरतला को बड़ी लाइन नेटवर्क पर लाया गया है.

काम में पारदर्शिता

प्रभु ने कहा कि रेलचे के कामों में पूरी तरह पारदर्शिता लाने का प्रयास किया गया है. उन्‍होंने कहा कि हमारा मिशन पूरे कामकाज में 100 प्रतिशत पारदर्शिता सुनिश्चित करना है. कामकाज में पारदर्शिता लाने के लिए सोशल मीडिया भी इस्तेमाल किया जा रहा है. प्रभु ने कहा कि हमने ये सुनिश्चित किया है कि परियोजनाएं 6-8 माह के अंदर स्वीकृत हो जाएं, पहले इसमें 2 साल से ज्यादा का वक्त लगता था. कार्यप्रदर्शन के आधार पर कुछ क्षेत्रीय रेलों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं. उन्‍होंने कहा कि कार्यप्रणाली में कुशलता के लिए आंतरिक लेखा प्रणाली का पुनर्गठन किया गया है. कैबिनेट ने रेलवे को राज्य सरकारों के साथ संयुक्त उद्यम की अनुमति दी है. संयुक्त उद्यम के लिए 17 राज्यों से सैद्धांतिक अनुमोदन मिला है. राज्य सरकारों के साथ 6 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर हुए हैं. बजट प्रलेखों में 92,714 करोड़ रुपये के 44 नए भागीदारी कार्यों का उल्लेख किया गया है.

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