उन्होंने कल कोलंबिया लॉ स्कूल में एक समारोह में कहा, ‘हम मुद्रास्फीति पर निगाह रखे हुए हैं और अच्छे मानसून के संकेत पर भी नजर रख रहे हैं. जैसे ही कुछ साक्ष्य उभरते हैं उससे हमें यह और अधिक जानकारी मिलेगी कि मौद्रिक नीति की आगे की दिशा कैसी होगी.’ उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति मार्च महीने में छह महीने के न्यूनतम स्तर 4.83 प्रतिशत पर रही. फरवरी में यह 5.26 प्रतिशत थी.
राजन चाहते हैं कि मार्च 2017 तक मुद्रास्फीति पांच प्रतिशत के भीतर रहे और अच्छे मानसून से बेहतर फसल उत्पादन का रास्ता साफ होगा. राजन ने ब्याज दर पर मानसून के असर के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, ‘हम अभी भी उदार मौद्रिक नीति के दौर में हैं लेकिन आगे यह कब और कितनी कटौती होगी यह हमें देखना होगा.’ दो साल के सूखे के बाद मौसम विभाग ने पिछले सप्ताह भविष्यवाणी की कि पिछले तीन साल में पहली बार औसत से बेहतर मानसून रहेगा.
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