इसके अलावा एशियाई बाजारों में मजबूत रुख की वजह से भी बाजार उत्साहित रहा. रीयल्टी, सूचना प्रौद्योगिकी, तकनीकी, ऑटो, तेल एवं गैस और सार्वजनिक लोक उपक्रम क्षेत्र में सुधार के चलते शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 1.20 प्रतिशत यानी 316.77 अंक सुधरकर 26621.40 अंक के स्तर पर पहुंच गया. गौरतलब है कि पिछले दो दिनों में सेंसेक्स में 1213.05 अंक तक गिर गया था. इसी तरह निफ्टी भी 101.60 अंक यानी 1.25 प्रतिशत सुधरकर 8210.05 अंक पर पहुंच गया.
सोमवार को गुरु पूर्णिमा के अवसर पर बाजार बंद था. वहीं मंगलवार को बाजार में काफी उठा पटक हुआ. भारतीय शेयर बाजार के दोनों इंडेक्स दिनभर गिरावट में रहे. मंगलवार को गिरावट के साथ खुला बाजार अंत में विदेशी मुद्रा निकासी की चिंता 514 अंक टूटकर बंद हुआ. सेंसेक्स 514 अंक टूटकर करीब छह माह के निचले स्तर 26,305 अंक पर आ गया था. निफ्टी भी टूटकर 8,200 अंक के स्तर से नीचे पहुंच गया था.
डालर में मजबूती आने और अमेरिका में प्रतिफल बढ़ने के बीच विदेशी मुद्रा का बाह्य प्रवाह बढ़ने की चिंता में बाजार में गिरावट जारी रही. रुपया भी कल कारोबार के दौरान 57 पैसे के नुकसान से करीब पांच माह के निचले स्तर 67.82 रुपये प्रति डालर पर रहा. 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 26,809.61 अंक पर कमजोर खुलने के बाद और नीचे आया. अंत में यह 514.19 अंक या 1.92 प्रतिशत के नुकसान से 26,304.63 अंक पर आ गया.
यह 25 मई के बाद सेंसेक्स का सबसे निचला स्तर है. इससे पहले शुक्रवार को सेंसेक्स 698.86 अंक टूटा था. निफ्टी 187.85 अंक या 2.26 प्रतिशत के नुकसान से 8,108.45 अंक पर आ गया था. यह 27 जून के बाद इसका निचला स्तर था.
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