रिजर्व बैंक और सरकार के जुड़े सूत्रों का इस संबंध में कहना है कि बंद हुए नोट को बदलवाने की सीमा केवल 2000 रुपये रखी जा सकती है. इसके लिए रिजर्व बैंक की ओर से कोई अलग व्यवस्था भी की जा सकती है. प्राप्त जानकारी के अनुसार यह बहुत कम समय के लिए होगा ताकि इसका इस्तेमाल कोई गलत ढंग से नहीं कर सके.
आपको बता दें कि इससे पहले आरबीआइ के पास बड़ी संख्या में सवाल पहुंचे थे, जिनमें पूछा जा रहा था कि जो लोग समय रहते अपने पुराने नोट बैंक में जमा नहीं करवा सके हैं, उनका आगे क्या होगा? पीएम नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर को नोटबंदी की घोषणा की थी जिसके बाद 30 दिसंबर तक सभी 1000 और 500 के पुराने नोटों को अपने बैंक खाते में जमा करने के लिए वक्त दिया गया था.
यहां उल्लेख कर दें कि नोटबंदी कालेधन पर लगाम लगाने के लिए की गई थी. ताकि 15.4 लाख करोड़ रुपये जो बैंकिग सिस्टम से बाहर हैं या तो वह वापस बैंकिंग सिस्टम में आ जाएं या फिर हमेश हमेशा के लिए ही बैंकिंग सिस्टम से बाहर चले जायें.
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