Bank Loan: अगर लोन लेने वाले की मौत हो जाए तो EMI कौन भरेगा? बैंक का जवाब आपको हैरान कर देगा

Bank Loan: अगर लोन लेने वाले की मौत हो जाए तो बैंक सबसे पहले गारंटर या को-बॉरोवर से रिकवरी की कोशिश करता है. सिक्योर्ड लोन की स्थिति में बैंक गिरवी रखी संपत्ति बेच सकता है. लोन इंश्योरेंस होने पर EMI बीमा कंपनी चुका देती है.

By Abhishek Pandey | March 31, 2025 4:17 PM
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Bank Loan: भाई साहब, सोचिए… आपने बैंक से लोन लिया, EMI कट रही है, सब बढ़िया चल रहा है. लेकिन अगर अचानक मौत हो जाए तो? क्या बैंक आपके घरवालों को तंग करेगा? या फिर लोन माफ़ हो जाएगा? चलिए, आज इसी मसले पर खुलकर बात करते हैं.

गारंटर फंसेगा

अगर लोन लेते वक्त आपने किसी को गारंटर (Guarantor) बनाया था, तो बैंक सबसे पहले उसी के पास जाएगा. मतलब, उसने भले ही लोन न लिया हो, लेकिन दस्तखत कर दिए तो अब भुगतेगा. इसलिए किसी का गारंटर बनने से पहले दो बार सोचिए.

संपत्ति जब्त, बैंक करेगा नीलामी

अगर लोन किसी गाड़ी, घर, या सोने के बदले लिया गया था, तो बैंक सीधा संपत्ति जब्त करेगा. मतलब. होम लोन,  बैंक घर नीलाम कर देगा. ऑटो लोन, गाड़ी सीधा टो करके ले जाएगा. गोल्ड लोन, आपका सोना नीलाम होगा.

घरवाले बचेंगे या फसेंगे?

अब सवाल ये कि घरवालों पर क्या असर होगा? अगर कोई को-बॉरोवर (Co-Borrower) है, तो उसकी जिम्मेदारी बनती है कि EMI भरे. अगर लोन सिक्योर्ड (Secured) है और घरवालों को संपत्ति विरासत में मिली है, तो पहले लोन चुकाना पड़ेगा. अगर लोन अनसिक्योर्ड (Unsecured) है, जैसे कि पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड लोन, तो बैंक घरवालों पर सीधा दबाव नहीं बना सकता.

लोन इंश्योरेंस है तो टेंशन ख़त्म

अगर मरने से पहले आपने लोन इंश्योरेंस (Loan Insurance) लिया था, तो बैंक को टेंशन नहीं और घरवालों को भी चैन. इंश्योरेंस कंपनी पूरा लोन चुका देगी. यही कारण है कि बड़े होम लोन के साथ इंश्योरेंस लेने की सलाह दी जाती है.

बैंक कोर्ट जाएगा

अगर बैंक को कोई रास्ता नहीं दिखा, तो वो कानूनी कार्रवाई करेगा: SARFAESI एक्ट के तहत घर बेच सकता है. कोर्ट में केस ठोक सकता है. डिफॉल्टर की दूसरी संपत्तियों पर दावा ठोक सकता है.

तो भाई, क्या करना चाहिए?

गारंटर बनने से पहले सोचिए. अगर लोन लिया है, तो इंश्योरेंस भी लीजिए.  बैंक की शर्तें अच्छे से पढ़िए, वरना पछताइए. तो दोस्तों, अब अगली बार जब कोई कहे कि “लोन ले लो, आसान EMI में”, तो ज़रा सोच लेना कि मरने के बाद भी चक्कर चल सकता है. 

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