Cyber Crime: फ्री फिल्में डाउनलोड करने के चक्कर में फंसा, ठगों ने मेहनत की कमाई पर किया हाथ साफ

Cyber Crime: गणेश कहते है 'मुफ्त की चीज़ों के लालच में मैंने अपनी मेहनत की कमाई लुटा दी. अब मैं किसी भी ऐसे लालच में नहीं पड़ता और दूसरों को भी यही समझाता हूं'

By Abhishek Pandey | March 24, 2025 3:01 PM
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Cyber Crime: स्मार्टफोन और इंटरनेट की सुविधा ने मनोरंजन को हमारी जेब तक ला दिया है. अब थिएटर जाने की ज़रूरत नहीं पड़ती.हर नई फिल्म, वेब सीरीज़ और क्रिकेट के लाइव लिंक ऑनलाइन मिल जाते हैं, वो भी बिना किसी खर्च के. पहले टॉरेंट का दौर था, लेकिन जब उस पर पाबंदी लगने लगी, तो टेलीग्राम ने उसकी जगह ले ली. यहां किसी भी नई रिलीज़ का एचडी प्रिंट कुछ ही पलों में उपलब्ध हो जाता था. इसी सुविधा के चलते मैं एक ऐसी जाल में फंस गया, जिसका अंदाज़ा मुझे जरा भी नहीं था. ये कहानी है आउटलुक हिंदी मैगजीन के मार्च अंक में छपी गणेश कुशवाहा की.

1000 लगाइए और 24 घंटे में 5000 पाइए

गणेश आगे कहते है ‘कुछ महीने पहले, मुझे टेलीग्राम पर एक ग्रुप मिला “Hollywood & Bollywood Free Movies”. इस ग्रुप में हर नई फिल्म शानदार क्वालिटी में मुफ्त मिलती थी. ग्रुप के एडमिन नियमित रूप से नए लिंक साझा करते थे. मैं इस सुविधा से खुश था कि बिना कोई खर्च किए मुझे सब कुछ मिल रहा है. लेकिन फिर एक दिन, ग्रुप में एक दिलचस्प पोस्ट आई “1000 लगाकर 5000 कमाइए. बिना किसी मेहनत के!” पोस्ट के साथ कुछ स्क्रीनशॉट भी थे, जिनमें लोग एडमिन को धन्यवाद कह रहे थे और लिखा था, “100% गारंटी, कोई धोखाधड़ी नहीं’

इस ऑफर को देखकर मैं थोड़ा सोच में पड़ गया, लेकिन क्योंकि यह वही ग्रुप था, जो मुफ्त में फिल्में देता था, मुझे इसमें कोई खतरा नहीं लगा. मैंने दिए गए लिंक पर क्लिक किया और एक नए टेलीग्राम चैनल में पहुंच गया, जहां कई लोग पैसे कमाने के तरीकों पर चर्चा कर रहे थे. जल्द ही, एक महिला का मैसेज आया—”हम क्रिप्टो और स्टॉक ट्रेडिंग में निवेश कराते हैं. अभी 1000 लगाइए और 24 घंटे में 5000 पाइए!”

शुरुआत में संदेह हुआ, लेकिन ग्रुप के सदस्यों के संदेशों ने भरोसा जगा दिया. मैंने 1000 रुपये भेज दिए और अगले दिन सच में 5000 रुपये मेरे अकाउंट में आ गए. यह देखकर मुझे यकीन हो गया कि मैंने सही रास्ता पकड़ लिया है. फिर महिला ने अगला प्रस्ताव दिया “5000 रुपये लगाइए और 25,000 पाइए.

जब भी टेलीग्राम खोलता हूं, खुद पर गुस्सा आता है

लालच बढ़ा और मैंने 5000 रुपये निवेश कर दिए. इस बार, न तो 25,000 रुपये आए और न ही कोई मुनाफा. इसके बजाय, एक संदेश आया—”सर, आपकी रकम सिक्योरिटी होल्ड में चली गई है. इसे निकालने के लिए आपको 20,000 और जमा करने होंगे.” अब मुझे हल्की चिंता होने लगी, लेकिन महिला ने समझाया, “चिंता मत कीजिए, हमने पहले भी आपको पैसे भेजे हैं. यह आखिरी पेमेंट है, इसके बाद आपका पूरा पैसा रिफंड हो जाएगा.” मैं उनकी बातों में आ गया और जैसे-तैसे 20,000 रुपये और जमा कर दिए. लेकिन फिर एक और संदेश आया—”अब आपको 50,000 रुपये जमा करने होंगे, तभी पिछले पैसे वापस मिलेंगे.”

अब जाकर मुझे समझ आया कि मैं बुरी तरह ठग लिया गया हूं. मैंने उनसे बार-बार अनुरोध किया, मिन्नतें कीं, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. कुछ ही देर में टेलीग्राम ग्रुप डिलीट हो गया, महिला ने मुझे ब्लॉक कर दिया और मेरे 26,000 रुपये हमेशा के लिए चले गए. जब मैंने यह बात अपने दोस्तों को बताई, तो उन्होंने मुझे ही दोष दिया “तू इतना भोला कैसे हो सकता है?” लेकिन असलियत यह है कि कोई भी शिक्षित व्यक्ति ऐसे जाल में फंस सकता है. अब जब भी टेलीग्राम खोलता हूं, खुद पर गुस्सा आता है. मुफ्त की चीज़ों के लालच में मैंने अपनी मेहनत की कमाई लुटा दी. अब मैं किसी भी ऐसे लालच में नहीं पड़ता और दूसरों को भी यही समझाता हूं “फ्री” हमेशा फायदेमंद नहीं होता, कभी-कभी यह सबसे महंगा सौदा साबित हो सकता है.

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