What Is Digital Currency
डिजिटल करेंसी क्या है?
डिजिटल करेंसी रिजर्व बैंक द्वारा जारी किये गए मुद्रा नोटों का डिजिटल रूप है. भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले महीने थोक कारोबार के लिए इस डिजिटल करेंसी के पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी. केंद्रीय बैंक ने अब इसे खुदरा बाजार में आजमाने की तैयारी की है. बता दें कि पिछले कुछ समय से भारत में ऑनलाइन भुगतान के माध्यम काफी लोकप्रिय हुए हैं. Paytm से लेकर Google Pay तक और UPI से लेकर PhonePe तक, हमारे सामने कई तरह के ऑनलाइन पेमेंट ऑप्शंस मौजूद हैं. ऐसे में आप भी सोच रहे होंगे कि इतने सारे ऑनलाइन पेमेंट ऑप्शंस की मौजूदगी के बीच सरकार को डिजिटल रुपया लाने की जरूरत क्यों पड़ी? यूपीआई, गूगल पे, फोन पे और पेटीएम जैसे डिजिटल वॅालेट्स से आरबीआई की डिजिटल करेंसी कैसे अलग है. आइए जानते हैं-
Also Read: RBI 2023 में लायेगा अपना डिजिटल रुपया, इसके साथ मिलेगी सरकारी गारंटी
Digital Rupee Special Features
डिजिटल रुपये की खासियत क्या है?
डिजिटल रुपया रिजर्व बैंक द्वारा जारी की गई मुद्रा का डिजिटल रूप है. डिजिटल रुपये का उपयोग यूपीआई, एनईएफटी, आरटीजीएस, आईएमपीएस, डेबिट/क्रेडिट कार्ड आदि के माध्यम से किये गए पेमेंट्स की ही तरह डिजिटल भुगतान करने के लिए किया जा सकता है. सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) या डिजिटल रुपये का इस्तेमाल यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI), नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT), रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) की तरह ही डिजिटल पेमेंट के लिए करने के लिए किया जाएगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आम बजट में वित्त वर्ष 2022-23 से ब्लॉक चेन (Block Chain) आधारित डिजिटल रुपया (Digital Rupee) पेश करने की घोषणा की थी. केंद्रीय बैंक ने हाल ही में कहा कि डिजिटल रुपया का उद्देश्य मुद्रा के मौजूदा रूपों को बदलने के बजाय डिजिटल करेंसी को उनका पूरक बनाना और यूजर्स को पेमेंट के लिए एक और ऑप्शन देना है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.