डॉ रेड्डीज की पॉलिसी में जबरन छंटनी नहीं
डॉ रेड्डीज ने इन सभी दावों को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया है. उसने कहा है कि कोई बड़े पैमाने पर डाउनसाइजिंग योजना लागू नहीं की जा रही है. कंपनी के अनुसार, उसकी ऑपरेशनल पॉलिसी में किसी भी तरह की जबरन छंटनी शामिल नहीं है.
तीसरी तिमाही में कंपनी का शानदार प्रदर्शन
इस बीच, कंपनी ने दिसंबर 2024 को समाप्त तीसरी तिमाही (Q3 FY25) के लिए शानदार वित्तीय प्रदर्शन दर्ज किया है. डॉ रेड्डीज ने 1,413.3 करोड़ रुपये का शुद्ध समेकित लाभ (PAT) दर्ज किया, जो पिछले साल की इसी तिमाही के 1,378.9 करोड़ रुपये की तुलना में 2% अधिक है.
कंपनी की आमदनी में 16% की बढ़ोतरी
कंपनी की कुल आय 8,358.6 करोड़ रुपये रही, जो कि सालाना आधार पर 16% की वृद्धि को दर्शाती है. यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से भारत और उभरते बाजारों से आने वाले राजस्व और हाल ही में अधिग्रहीत निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी (NRT) पोर्टफोलियो के कारण हुई है.
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जेनरिक दवा सेगमेंट में 17% बढ़ोतरी
डॉ रेड्डीज के वैश्विक जेनेरिक दवा सेगमेंट में 17% की सालाना वृद्धि देखी गई, जबकि फार्मास्युटिकल सर्विसेस और एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रेडिएंट्स (API) डिवीजन में 5% की बढ़ोतरी हुई. EBITDA इस तिमाही में 2,298.2 करोड़ रुपये रहा, जो पिछली तिमाही के 2,280.3 करोड़ रुपये से थोड़ा अधिक और पिछले साल की तिमाही के 2,110.7 करोड़ रुपये से काफी बेहतर रहा. कुल मिलाकर, कंपनी की ओर से छंटनी की खबरों से इनकार और मजबूत वित्तीय प्रदर्शन, निवेशकों और कर्मचारियों के लिए राहत की बात है.
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