Investment History: FD पारंपरिक निवेश का विकल्प है, PPF में सरकार की गारंटी है, गोल्ड भी अच्छा ऑप्शन है, लेकिन सेंसेक्स ने जो रिटर्न दिया वो कमाल का है.
FD (Fixed Deposit)
- CAGR: 7%
- Real Rate of Return (महंगाई के बाद बचा रिटर्न): 1%
- 100,000 की वैल्यू: ₹7 लाख के करीब
अगर आपने 1979 में ₹1 लाख FD में लगाए होते, तो 2025 तक उसका सालाना औसत रिटर्न 7% रहा होता. इस रिटर्न के हिसाब से आपकी रकम बढ़कर सिर्फ ₹7.03 लाख होती. महंगाई (6%) को घटाकर देखा जाए तो असली रिटर्न सिर्फ 1% रहा, यानी FD सुरक्षित जरूर है, लेकिन बहुत ज़्यादा वेल्थ नहीं बनाता.
PPF (Public Provident Fund)
- CAGR: 7.10%
- Real Return: 1.10%
- 100,000 की वैल्यू: लगभग ₹7 लाख
PPF का रिटर्न थोड़ा बेहतर रहा, 1979 में ₹1 लाख निवेश करने पर आज उसकी वैल्यू ₹8.19 लाख हो जाती. इसका रिटर्न लगभग 7.1% रहा और महंगाई घटाने के बाद रियल रिटर्न करीब 1.1% बना. यानी FD से थोड़ा बेहतर, लेकिन अब भी लिमिटेड ग्रोथ.
LIC
- CAGR: 5%
- Real Return: -1% (यानी महंगाई को बीट नहीं कर पाई)
- 100,000 की वैल्यू: ₹6 लाख से कम
LIC को निवेश के तौर पर देखा जाए तो यह सबसे कमजोर साबित हुआ.1979 में ₹1 लाख निवेश करने पर 2025 तक उसकी वैल्यू केवल ₹1.63 लाख होती. इसका मतलब, रिटर्न सिर्फ 5% रहा और महंगाई के हिसाब से रियल रिटर्न -1% यानी घाटे में रहा. इससे साफ है कि LIC बीमा के लिए ठीक है, निवेश के लिए नहीं.
Gold
- 1979 में दाम: ₹1,330
- 2025 में दाम: ₹90,000
- Growth: 72 गुना
- CAGR: 9.08%
- Real Return: 3.37%
- 100,000 की वैल्यू: ₹70 लाख से ज्यादा
1979 में सोने की कीमत ₹1,330 प्रति 10 ग्राम थी, जो 2025 में ₹90,000 तक पहुंच गई. यानी लगभग 72 गुना ग्रोथ, ₹1 लाख का निवेश अब ₹70 लाख से ज़्यादा होता. इसका सालाना औसत रिटर्न करीब 9.08% रहा और रियल रिटर्न 3.37% रहा. यानी सोना ने अच्छा रिटर्न दिया लेकिन शेयर बाजार से पीछे रहा.
Real Estate
- 1979 में कीमत: ₹1,500
- 2025 में कीमत: ₹1,25,000
- Growth: 83 गुना
- CAGR: 10.33%
- Real Return: 3.39%
- 100,000 की वैल्यू: ₹91 लाख से ज्यादा
अगर आपने 1979 में ₹1 लाख रियल एस्टेट में लगाए होते, तो उसकी वैल्यू आज ₹91 लाख के करीब होती. प्रॉपर्टी की कीमतें 1,500 से बढ़कर 1.25 लाख तक पहुंचीं यानी 83 गुना ग्रोथ. इसका CAGR 10.33% रहा और रियल रिटर्न 3.39%, यानी Gold से थोड़ा बेहतर पर Sensex से कम.
BSE Sensex (शेयर बाजार)
- 1979 में इंडेक्स: 100
- 2025 में: 81,000
- Growth: 810 गुना!
- CAGR: 16.05%
- Real Return: 10.05% (Inflation-adjusted)
- 100,000 की वैल्यू: ₹9.4 करोड़ से ज्यादा
अब बात करते हैं सबसे ज्यादा वेल्थ क्रिएटर की BSE Sensex. 1979 में Sensex 100 के स्तर पर था, जो 2025 में 81,000 तक पहुंच गया, यानी 810 गुना बढ़ा! इसका CAGR 16.05% और रियल रिटर्न 10.05% रहा, जो किसी भी अन्य विकल्प से कई गुना ज्यादा है. ₹1 लाख निवेश करने पर आपकी वैल्यू आज ₹93.99 लाख होती. यही कारण है कि शेयर बाजार लंबी अवधि के लिए सबसे ताकतवर निवेश माध्यम है.
LIC और FD जैसी पारंपरिक योजनाएं महंगाई को बीट करने में नाकाम रहीं. LIC ने तो महंगाई के मुकाबले रिटर्न भी नेगेटिव दिया.
PPF और Gold ने महंगाई से थोड़ा बेहतर परफॉर्म किया, लेकिन वेल्थ क्रिएशन की रफ्तार धीमी रही.
Real Estate ने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन liquidity (बिकवाली में समय) एक चिंता का विषय हो सकता है.
BSE Sensex यानी शेयर बाजार ने सभी को पीछे छोड़ दिया, 810 गुना ग्रोथ और 10.05% का रियल रिटर्न देकर.
Sensex ने दिखा दिया कि शेयर बाजार में अनुशासन और धैर्य के साथ किया गया निवेश कैसे बना सकता है आपको करोड़पति!
निवेश का असली राजा कौन?
अगर आप लंबी अवधि के लिए सोचते हैं और समझदारी से निवेश करते हैं, तो शेयर बाजार यानी Equity सबसे बड़ा वेल्थ क्रिएटर बनकर सामने आता है.
एक्सपर्ट का कहना
Nj wealth partner के नवीन देव पोद्दार का इस पर कहना है कि FD, PPF, Gold ये तीनों ही बेहतरीन है, जोखिम बिल्कुल कम है लेकिन रिर्टन भी कम है. हर निवेशक को जरूरी है कि वो अपनी जरूरत को पहचानें, अगर आप 1 से 3 साल तक के लिए निवेश करना चाहते है तो FD में करें. PPF में सरकार की गारंटी है, Gold hedging के लिए इस्तेमाल होता है यानी अगर महंगाई बढ़ रही हो तो इससे बचने के लिए सोना एक अच्छा विकल्प होता है. लेकिन लंबे समय के लिए यानी बच्चो की पढ़ाई, शादी, रिटायरमेंट, घर खरीदना, जिसमें एक अच्छे अमाउंट की जरूरत होती है. ये सारे सपने को म्यूचुअल फंड ही पूरा कर सकता है. आपको शेयर बाजार में म्यूचुअल फंड की तरफ बढ़ना चाहिए. ऐसे मामलों में Mutual Fund SIP (Systematic Investment Plan) सबसे सही विकल्प होता है क्योंकि यह लंबे समय में महंगाई को मात देता है और अच्छा रिटर्न देने की संभावना रखता है.
नवीन देव पोद्दार का कहना है अगर आपका लॉन्ग टर्म प्लान है, 7, 10, 15 या 20 साल बाद अच्छे खासे पैसे चाहिए तो Mutual Fund बेस्ट तरीका हो सकता है.
1979 से 2025 का डेटा क्या कहता है?
अगर आप वाकई वेल्थ बनाना चाहते हैं, तो सिर्फ सुरक्षित विकल्पों से काम नहीं चलेगा. आपको कुछ हिस्सा म्यूचुअल फंड, इक्विटी जैसे हाई-ग्रोथ एसेट में लगाना होगा और उसमें भी लंबी अवधि तक टिके रहना जरूरी है. जोखिम को समझें, लेकिन डरें नहीं. समझदारी से किया गया निवेश ही असली संपत्ति बनाता है.
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