लोन अकाउंट भी हो सकेंगे यूपीआई से लिंक
नए नियमों के तहत अब केवल सेविंग्स और ओवरड्राफ्ट अकाउंट ही नहीं, बल्कि लोन अकाउंट भी यूपीआई से लिंक किए जा सकेंगे. इससे यूजर्स पेटीएम, फोनपे और गूगल पे जैसे ऐप्स से क्रेडिट कार्ड बिल से लेकर लोन का भुगतान तक कर सकेंगे.
आसान और सुरक्षित पेमेंट सिस्टम
एनपीसीआई का उद्देश्य पेमेंट सिस्टम को अधिक सरल और सुरक्षित बनाना है. फिलहाल यूपीआई में पी2एम (पर्सन टू मर्चेंट) ट्रांजेक्शन की सुविधा है, लेकिन नए नियम के बाद पी2पी (पर्सन टू पर्सन) और पी2पीएम (पर्सन टू पर्सन मर्चेंट) दोनों संभव होंगे. इसके साथ ही, अब ग्राहक कैश भी निकाल सकेंगे.
लिमिट और शर्तें भी लागू
नए बदलाव के साथ कुछ लिमिट भी तय की गई हैं. इसमें एक दिन में अधिकतम 1 लाख रुपये तक का ट्रांजेक्शन, 10,000 रुपये तक कैश विड्रॉल की डेली लिमिट और पी2पी ट्रांजेक्शन की डेली लिमिट को शामिल किया गया है. बैंकों को यह तय करने का अधिकार होगा कि किस लोन के पैसे का इस्तेमाल कहां किया जा सकता है. इनमें हॉस्पिटल बिल, स्कूल फीस आदि शामिल किए गए हैं.
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छोटे व्यापारियों को मिलेगा बड़ा फायदा
एनपीसीआई की ओर से यूपीआई में दी जाने वाली यह सुविधा खासतौर पर छोटे कारोबारियों के लिए फायदेमंद होगी. अब उन्हें 2–3 लाख रुपये तक के लोन के लिए बार-बार बैंक नहीं जाना पड़ेगा. वे सीधे अपने यूपीआई ऐप से भुगतान कर सकेंगे, जिससे समय और मेहनत दोनों की बचत होगी.
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