150 रुपये प्रति 10 ग्राम टूटा सोना मगर अब भी 1 लाख के पार, रिकॉर्ड स्तर से गिरी चांदी

Gold Price: अंतरराष्ट्रीय बाजार में कमजोरी के असर से दिल्ली में सोने की कीमत 150 रुपये गिरकर 1,00,560 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई, लेकिन अब भी यह 1 लाख के पार है. 99.5% शुद्धता वाला सोना 99,800 रुपये रहा. चांदी भी 1,000 रुपये गिरकर 1,07,200 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई. अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियों और डॉलर में मजबूती से कीमतों पर दबाव है, जबकि ईरान-इजरायल तनाव के चलते सोना सुरक्षित निवेश विकल्प बना हुआ है.

By KumarVishwat Sen | June 19, 2025 7:49 PM
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Gold Price: अंतरराष्ट्रीय बाजार में कमजोरी के असर के चलते गुरुवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई. 99.9% शुद्धता वाला सोना 150 रुपये टूटकर 1,00,560 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया, जो पिछले सत्र में 1,00,710 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. वहीं, 99.5% शुद्धता वाला सोना 150 रुपये घटकर 99,800 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया.

चांदी भी 1,000 रुपये फिसली

चांदी की कीमतों में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली. बुधवार को सर्वकालिक उच्च स्तर 1,08,200 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंची चांदी गुरुवार को 1,000 रुपये टूटकर 1,07,200 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) पर आ गई. अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चांदी की कीमत 1% गिरकर 36.37 डॉलर प्रति औंस रही.

अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव

वैश्विक स्तर पर हाजिर सोना 3,365.90 डॉलर प्रति औंस पर आ गया, जो हल्की गिरावट को दर्शाता है. यह गिरावट अमेरिका के फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों को 4.25% से 4.50% के बीच बनाए रखने के निर्णय के बाद देखने को मिली है. इससे अमेरिकी डॉलर मजबूत हुआ है, जिससे सोने की कीमतें दबाव में आई हैं.

क्या कहते हैं विशेषज्ञ

कोटक सिक्योरिटीज की एवीपी (कमोडिटी रिसर्च) कायनात चैनवाला के अनुसार, फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति में स्थिरता और डॉलर में मजबूती के चलते सोने की कीमतें 3,390 डॉलर प्रति औंस के नीचे फिसल गईं. वहीं, एलकेपी सिक्योरिटीज के जतिन त्रिवेदी ने कहा कि फेड के आक्रामक रुख ने दरों में तत्काल कटौती की उम्मीद को कमजोर किया है, जिससे बाजार में अनिश्चितता बनी हुई है. उन्होंने यह भी जोड़ा कि ईरान और इजरायल के बीच भू-राजनीतिक तनाव के कारण सोना अब भी सुरक्षित निवेश विकल्प बना हुआ है, जो कीमतों को पूरी तरह गिरने से रोक रहा है.

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आम आदमी की जेब से बाहर हुआ सोना

हालांकि, सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट आई है, फिर भी यह स्तर आम निवेशकों के लिए ऊंचा बना हुआ है. अंतरराष्ट्रीय कारकों, अमेरिकी नीतियों और वैश्विक तनावों का मिश्रित प्रभाव भविष्य में भी इन धातुओं की कीमतों में उतार-चढ़ाव बनाए रख सकता है. निवेशकों को सतर्कता और दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ निवेश करना चाहिए.

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