Gold Price: ट्रेड वॉर की चिंता के बीच 1,100 रुपये उछला सोना, चांदी में आई 1,500 रुपये की मजबूती
Gold Price: अमेरिका की ओर से छेड़े गए ट्रेड वार से भारत में घरेलू सर्राफा बाजार में बेफिक्री से कारोबार किया जा रहा है. ट्रेड वार की चिंता के बीच सोना-चांदी के भाव में जोरदार बढ़ोतरी दर्ज की गई. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से मंगलवार से कनाडा, मेक्सिको और चीन पर शुल्क की पुष्टि के बाद सर्राफा की कीमतों में उछाल आया.
By KumarVishwat Sen | March 4, 2025 8:47 PM
Gold Price Today: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से छेड़े गए ट्रेड वॉर की चिंता के बीच दिल्ली के सर्राफा बाजार में मंगलवार 4 मार्च 2025 को सोने के भाव में जोरदार तेजी आई. अखिल भारतीय सर्राफा संघ की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, कारोबार के आखिर में सोने का भाव 1,100 रुपये बढ़कर 89,000 रुपये के स्तर पर पहुंच गया. के दौरान 99.9% शुद्धता वाले सोने का भाव 1,100 रुपये बढ़कर 89,000 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया. इसका पिछला बंद भाव 87,900 रुपये प्रति 10 ग्राम था. 99.5% शुद्धता वाले सोने का भाव 1,100 रुपये बढ़कर 88,600 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया. इसका पिछला बंद भाव 87,500 रुपये प्रति 10 ग्राम था.
डोनाल्ड ट्रंप के ऐलान से सर्राफा बाजार में आई तेजी
सर्राफा बाजार के कारोबारियों ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा मंगलवार से कनाडा, मेक्सिको और चीन पर शुल्क की पुष्टि के बाद सर्राफा की कीमतों में उछाल आया. चीन और कनाडा ने भी अमेरिका के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की घोषणा की, जिससे उत्तरी अमेरिका में व्यापार तनाव बढ़ गया. औद्योगिक मांग और सोने में तेजी के चलते चांदी की कीमत 1,500 रुपये बढ़कर 98,000 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई. सोमवार को चांदी की कीमत 96,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी.
कॉमेक्स में भी सोना मजबूत
विदेशी मोर्चे पर अप्रैल अनुबंधों के लिए कॉमेक्स सोना वायदा 32.70 डॉलर बढ़कर 2,933.80 डॉलर प्रति औंस हो गया. इस बीच, हाजिर सोना लगभग एक प्रतिशत बढ़कर 2,921.42 डॉलर प्रति औंस हो गया.
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ कमोडिटी विश्लेषक सौमिल गांधी के अनुसार, सोमवार को जारी किए गए उम्मीद से कम आईएसएम विनिर्माण पीएमआई आंकड़ों ने वृहद आर्थिक मोर्चे पर एक और निराशाजनक संकेत जोड़ा. उन्होंने कहा कि यह पिछले सप्ताह के कमजोर आवासीय आंकड़े, बढ़ते बेरोजगारी के दावों और उपभोक्ता खर्च में गिरावट के मद्देनजर आया है. आंकड़े जारी होने से इस बात की संभावना बढ़ी है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व उम्मीद से पहले ब्याज दरों में कटौती करेगा.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.