सिर्फ 15% भारत के लोग जानते हैं बजट का मतलब
साल 2021 में कराए गए एक सर्वेक्षण में यह पाया गया है कि भारत की 125 करोड़ की आबादी में से केवल 15-20% लोग ही संसद में पेश होने बजट को पूरी तरह से समझते हैं या उसे समझने की कोशिश करते हैं. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक फाइनेंस एंड पॉलिसी (एनआईपीएफ) के अध्ययन के अनुसार, बजट के बारे में समझ रखने वाले नागरिकों का प्रतिशत बढ़ता जा रहा है, लेकिन यह अभी भी एक सीमित हिस्सा है.
70% भारतीयों को बजट की जानकारी नहीं
साल 2019 में हिंदुस्तान टाइम्स की ओर से कराए गए एक सर्वेक्षण में यह सामने आया था कि लगभग 70% भारतीयों को बजट के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती है. जो लोग बजट के बारे में जानते हैं, उनमें से अधिकांश का ध्यान केवल टैक्स, पेट्रोल-डीजल की कीमतों या सरकार की योजनाओं पर केंद्रित रहता है.
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शहर के एजुकेटेड लोगों में बजट में रुचि अधिक
शहरी क्षेत्रों में विशेष रूप से एजुकेटेड लोगों के बीच बजट के प्रति समझ और रुचि अधिक है. ग्रामीण इलाकों में बजट को समझने का स्तर अपेक्षाकृत कम है, जहां लोग अधिकतर बुनियादी आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं. इन आंकड़ों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि भारत की कुल आबादी का 15-25% ही बजट को पूरी तरह से समझता है, जबकि बाकी लोग या तो सीमित जानकारी रखते हैं या बजट से सीधे जुड़ी चीजों में ही रुचि रखते हैं.
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