कॉर्नेल विश्वविद्यालय (Cornell University) से शिक्षित 25 वर्षीय नायडू टाटा के कार्यालय में महाप्रबंधक हैं और 2018 से टाटा की सहायता कर रहे हैं. 84 वर्षीय टाटा ने नायडू के विचार की सराहना करते हुए कहा कि जब तक आप वास्तव में बूढ़े नहीं हो जाते, तब तक किसी को भी बूढ़े होने का मन नहीं करता. उन्होंने यह भी कहा कि एक अच्छे स्वभाव वाला साथी प्राप्त करना भी एक चुनौती है.
नायडू ने टाटा को एक बॉस, एक संरक्षक और एक मित्र के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया में पांच करोड़ बुजुर्ग हैं, जो अकेले हैं. स्टार्टअप वरिष्ठ नागरिक ग्राहकों के साथी के रूप में ‘काम’ करने के लिए युवा स्नातकों को काम पर रखता है. कंपनी वित्तीय राजधानी में अपने बीटा चरण में पिछले छह महीनों से 20 बुजुर्गों के साथ काम कर रही है और आगे पुणे, चेन्नई और बेंगलुरु में सेवाएं देने की योजना बना रही है. नायडू ने कहा कि वह पूरे देश में विस्तार करना चाहते हैं, लेकिन वह गुणवत्ता से समझौता किए बिना धीमी गति से आगे बढ़ना पसंद करेंगे.
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