Red Sea Crisis: इजरायल हमास युद्ध की शुरूआत के बाद से हूतियों का आतंक लाल सागर में बढ़ता जा रहा है. इसके कारण अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मार्ग सीधे रुप से प्रभावित हो रहा है. हाल में विद्रोहियों के द्वारा कुछ माल वाहक जहाजों को परेशान भी किया गया था. हालांकि, अब लाल सागर में हूतियों से रक्षा के लिए 20 देशों ने एक साथ कमर कस लिया है. रिपोर्ट के अनुसार, समुद्री सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए अमेरिका के नेतृत्व में 20 से अधिक देश जिसमें फ्रांस, ब्रिटेन, ग्रीस, डेनमॉर्क आदि भी शामिल है, गठबंधन कर ऑपरेशन प्रॉस्पेरिटी गार्जियन नामक एक अंतरराष्ट्रीय अभियान शुरू किया. ये समुद्र में मालवाहक जहाजों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे. इस बीच, खबर आ रही है कि लाल सागर में संकट बढ़ने से समुद्री व्यापार पर गहरा असर पड़ने की आशंका है. वैकल्पिक मार्ग से माल ढुलाई पर लागत 60 प्रतिशत तक और बीमा प्रीमियम 20 प्रतिशत तक बढ़ सकता है. आर्थिक शोध संस्थान जीटीआरआई ने शनिवार को एक रिपोर्ट में कहा कि लाल सागर में संकट गहराने से माल ढुलाई में लगने वाले समय में 20 दिन की देरी और लागत में 40-60 प्रतिशत की वृद्धि होने का अनुमान है. इससे बीमा प्रीमियम में 15-20 प्रतिशत बढ़ने के अलावा चोरी और हमलों से माल को नुकसान पहुंचने की आशंका भी है.
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