इस योजना के तहत एयर इंडिया अपने बेड़े में 30 नये विमानों को भी शामिल करेगी. उसका जोर अपना नेटवर्क एवं विमान बेड़ा दोनों बढ़ाने पर रहेगा. इसके अलावा उपभोक्ताओं के संदर्भ में एयर इंडिया के रवैये को पूरी तरह बदलने, विश्वसनीयता और समय पर परिचालन बढ़ाने के साथ ही प्रौद्योगिकी एवं नवाचार के मामले में अग्रणी स्थान हासिल करने पर जोर रहेगा. एयर इंडिया की तरफ से जारी बयान में इस कायाकल्प योजना की जानकारी दी गई.
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एयर इंडिया ने कहा, अगले पांच वर्षों में एयर इंडिया अपनी बाजार हिस्सेदारी को बढ़ाकर भारतीय बाजार में कम-से-कम 30 प्रतिशत करने की कोशिश करेगी जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी मौजूदा स्थिति को और सशक्त करने पर जोर रहेगा. एयर इंडिया को सतत वृद्धि, लाभप्रदता और बाजार का अगुवा बनने की राह पर ले जाने की योजना है. नागर विमानन महानिदेशालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, एयर इंडिया की घरेलू बाजार में हिस्सेदारी जुलाई में 8.4 प्रतिशत थी.
इस योजना को एयर इंडिया के कर्मचारियों से मिले सुझावों के आधार पर तैयार किया गया है. एयर इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) कैंपबेल विल्सन ने बयान में कहा कि विमानों के केबिन को दुरुस्त करने, सीटों को सुविधाजनक बनाने और उड़ान के दौरान मनोरंजन की व्यवस्था के साथ इस कायाकल्प योजना पर काम शुरू भी हो चुका है. उन्होंने कहा, हमारा जोर उड़ानों का समयबद्ध परिचालन सुनिश्चित करने पर है. विमानों के बेड़े में विस्तार के दौरान छोटे आकार और बड़े आकार वाले दोनों तरह के विमानों को शामिल किया जाएगा.
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