प्राइवेट जेट, बुर्ज खलीफा में दो मंजिलें, ₹18,000 करोड़ का बैंक बैलेंस, एक ट्वीट और कंपनी 74 रुपए में बिकी
BR Shetty की कंपनी पर अत्यधिक कर्ज का बोझ आ गया और वित्तीय अस्थिरता के चलते उन्हें मजबूरन अपनी 12,478 करोड़ रुपये की कंपनी मात्र 74 रुपये में एक इजरायली-यूएई कंसोर्टियम को बेचनी पड़ी.
By Abhishek Pandey | March 23, 2025 2:56 PM
Unsuccess Story: बीआर शेट्टी जन्म भारत के कर्नाटक राज्य के उडुपी जिले में हुआ था. उन्होंने अपनी शुरुआती जिंदगी में कई संघर्षों का सामना किया. सिर्फ 665 रुपये लेकर वह बेहतर अवसरों की तलाश में गल्फ देश पहुंचे थे. शुरुआती दिनों में उन्होंने फार्मासिस्ट के रूप में काम किया और फिर अपनी मेहनत और लगन के बल पर उन्होंने एक ऐसा साम्राज्य खड़ा किया, जिसकी मिसाल दी जाती थी.
बुर्ज खलीफा में रूम
बीआर शेट्टी ने NMC Health की स्थापना की, जो UAE की सबसे बड़ी निजी स्वास्थ्य सेवा प्रदाता कंपनी बन गई. NMC Health ने स्वास्थ्य सेवाओं में नई ऊंचाइयां छुईं और कई देशों में अपनी सेवाएं शुरू कीं. शेट्टी के पास दुबई के प्रतिष्ठित बुर्ज खलीफा की दो पूरी मंजिलें थीं, जिनकी कीमत करीब 207 करोड़ रुपये थी. इसके अलावा, उनके पास दुबई वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और पाम जुमेरा में भी संपत्तियां थीं. शेट्टी के कार कलेक्शन में Rolls Royce और Maybach जैसी महंगी गाड़ियां शामिल थीं. इसके अलावा, उन्होंने एक निजी जेट का 50% हिस्सा भी खरीदा था, जिसकी कीमत 34 करोड़ रुपये थी. उन्होंने UAE Exchange और Finablr जैसी वित्तीय सेवाओं की कंपनियों की भी स्थापना की, जो प्रेषण (remittance) सेवाओं में अग्रणी बन गईं.
एक ट्वीट से सब कुछ बर्बाद
2019 में शेट्टी का साम्राज्य बिखरने लगा. यूके स्थित इन्वेस्टमेंट रिसर्च फर्म ‘Muddy Waters’, (जिसका नेतृत्व कार्सन ब्लॉक करते हैं), ने एक ट्वीट के जरिए शेट्टी पर अपने कैश फ्लो को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने और कर्ज को कम आंकने का आरोप लगाया. जैसे हिंडनबर्ग रिसर्च ने अदाणी पर लगाया था. इस ट्वीट के बाद NMC Health के शेयरों में भारी गिरावट आई और देखते ही देखते कंपनी की बाजार में कीमत अरबों रुपये घट गई. इसके बाद कंपनी पर बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी के आरोप भी लगे. जांच के दौरान पता चला कि कंपनी के ऊपर 4 बिलियन डॉलर (करीब 29,500 करोड़ रुपये) का कर्ज था, जिसे सही तरीके से दर्ज नहीं किया गया था.
मात्र 74 में बेची कंपनी
शेट्टी की कंपनी पर अत्यधिक कर्ज का बोझ आ गया और वित्तीय अस्थिरता के चलते उन्हें मजबूरन अपनी 12,478 करोड़ रुपये की कंपनी मात्र 74 रुपये में एक इजरायली-यूएई कंसोर्टियम को बेचनी पड़ी. यह कॉर्पोरेट जगत के सबसे चौंकाने वाले पतनों में से एक था. बीआर शेट्टी ने धोखाधड़ी के आरोपों को खारिज करते हुए कानूनी कार्रवाई शुरू की. उन्होंने दावा किया कि वह खुद एक बड़ी साजिश का शिकार हुए हैं.
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