Canada Digital Tax: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा के साथ सभी व्यापार वार्ताएं तत्काल प्रभाव से स्थगित करने की घोषणा की है. यह कदम कनाडा द्वारा अमेरिकी टेक कंपनियों पर डिजिटल सर्विसेज टैक्स (DST) लगाने के विरोध में उठाया गया है. ट्रंप ने इस निर्णय को अमेरिका पर “सीधा और स्पष्ट हमला” बताया है.
Canada Digital Tax से भड़के ट्रंप
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर एक पोस्ट में कहा कि कनाडा की यह नीति अमेरिकी कंपनियों को अनुचित रूप से निशाना बना रही है. उनका कहना है कि डिजिटल सर्विसेज टैक्स अमेरिकी तकनीकी कंपनियों जैसे Google, Amazon और Meta पर केंद्रित है, जो कनाडा से भारी राजस्व अर्जित करते हैं. उन्होंने लिखा, “यह कर न केवल अमेरिकी कंपनियों पर भार डालता है, बल्कि यह अमेरिका की अर्थव्यवस्था और तकनीकी नेतृत्व पर भी सीधा हमला है.”
अमेरिका लगाएगा जवाबी टैक्स
डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी घोषणा की कि अमेरिका कनाडा पर प्रतिशोध स्वरूप आयात शुल्क लगाएगा. उन्होंने कहा कि सात दिनों के भीतर इस शुल्क की जानकारी सार्वजनिक की जाएगी. यह एक तरह से कनाडा को चेतावनी है कि अमेरिका व्यापार में कठोर रुख अपनाने जा रहा है.
यूरोप की राह पर कनाडा?
पूर्व राष्ट्रपति ने यह भी आरोप लगाया कि कनाडा यूरोपीय संघ की राह पर चल रहा है, जिसने पहले ही अमेरिकी डिजिटल कंपनियों पर टैक्स लगाए हैं. ट्रंप ने कहा, “वे यूरोपीय यूनियन की नकल कर रहे हैं, और अब हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे.”
कनाडा की नीति का उद्देश्य
कनाडा की यह नीति वर्षों पहले प्रस्तावित की गई थी और अब इसे लागू किया जा रहा है. इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बड़ी मल्टीनेशनल टेक कंपनियां, जो कनाडा में सेवाएं देकर मोटी कमाई कर रही हैं, वहां के राजस्व पर उचित टैक्स अदा करें. हालांकि, इस नीति की अमेरिका में तीखी आलोचना हो रही है. अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधियों और सांसदों का कहना है कि यह नीति केवल अमेरिकी कंपनियों को निशाना बना रही है और इससे द्विपक्षीय संबंधों में तनाव आ सकता है.
व्यापार संबंधों पर संकट
ट्रंप के बयान के बाद कनाडा की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन व्यापार विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह विवाद बढ़ता है, तो यह दोनों देशों के बीच अरबों डॉलर के व्यापार को प्रभावित कर सकता है. इससे न सिर्फ तकनीकी कंपनियों पर असर पड़ेगा, बल्कि कृषि, ऑटो और अन्य क्षेत्रों में भी बाधा आ सकती है.
Also Read: 15 सितंबर तक बढ़ी ITR फाइलिंग की डेडलाइन, जानिए नए नियम और जरूरी दस्तावेज
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.
RBI Repo Rate: रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं, RBI ने 5.5% पर रखा बरकरार, जानें क्या होगा प्रभाव
Satyapal Malik Net Worth: अपने पीछे कितनी संपत्ति छोड़ गए सत्यपाल मलिक? प्रॉपर्टी और गोल्ड की पूरी जानकारी
अमेरिकी टैरिफ की धमकी से शेयर बाजार में गिरावट, सेंसेक्स और निफ्टी लुढ़के
राजस्थान सरकार स्टार्टअप्स को देगी 5 करोड़ का इनाम, 100 करोड़ का इक्विटी फंड