किन कंपनियों का हो रहा विलय?
टाटा स्टील द्वारा जारी बयान में कहा गया, टाटा स्टील के निदेशक मंडल ने छह सहायक कंपनियों के टाटा स्टील में प्रस्तावित विलय की योजनाओं पर विचार किया और उन्हें मंजूरी दे दी. ये सहायक कंपनियां हैं- ‘टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स लिमिटेड’ (Tata Steel Long Products Ltd.), ‘द टिनप्लेट कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड’ (The Tinplate Company of India Ltd.), ‘टाटा मेटालिक्स लिमिटेड’ (Tata Metaliks Ltd.), ‘द इंडियन स्टील एंड वायर प्रोडक्ट्स लिमिटेड’ (The Indian Steel & Wire Products Ltd.), ‘टाटा स्टील माइनिंग लिमिटेड’ (Tata Steel Mining Ltd.) और ‘एस एंड टी माइनिंग कंपनी लिमिटेड’ (S&T Mining Company Pvt Ltd.).
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किस कंपनी में कितनी हिस्सेदारी?
‘टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स लिमिटेड’ में टाटा स्टील की 74.91 प्रतिशत हिस्सेदारी है. इसके अलावा उसकी ‘द टिनप्लेट कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड’ में 74.96 प्रतिशत, ‘टाटा मेटालिक्स लिमिटेड’ में 60.03 प्रतिशत और ‘द इंडियन स्टील एंड वायर प्रोडक्ट्स लिमिटेड’ में 95.01 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि ‘टाटा स्टील माइनिंग लिमिटेड’ और ‘एस एंड टी माइनिंग कंपनी लिमिटेड’ दोनों उसके पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियां हैं. बोर्ड ने टाटा स्टील की सहयोगी कंपनी ‘टीआरएफ लिमिटेड’ (34.11 प्रतिशत हिस्सेदारी) की भी टाटा स्टील लिमिटेड में विलय को मंजूरी दी.
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