International Tea Day 2025 : चाय के स्वाद में भविष्य की राहें

भारत में चाय की कई किस्मों का उत्पादन और दुनिया भर में निर्यात होता है. चाय की गुणवत्ता को परखने के लिए चाय इंडस्ट्री को दक्ष पेशेवरों की जरूरत होती है. आज अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस पर जानें टी-टेस्टिंग में मौजूद संभावनाओं के बारे में...

By Preeti Singh Parihar | May 21, 2025 3:58 PM
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International Tea Day 2025 : भारत समेत दुनिया भर में चाय एक आवश्यक पेय पदार्थ के तौर पर लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल है. अलग-अलग किस्म की चाय के स्वाद के शौकीन हर जगह मिल जायेंगे. यही वजह है कि चाय के स्वाद की परख करनेवाले पेशेवरों की चाय उद्योग के क्षेत्र में खासी मांग है. इसलिए आज टी टेस्टिंग एक बेहतरीन और अलहदा करियर के तौर पर युवाओं को आकर्षित कर रहा है.

जानें, क्या करते हैं टी-टेस्टर

टी इंडस्ट्री में टी-टेस्टर विशेष पेशेवर होते हैं. आज दुनिया में सबसे ज्यादा पसंद किये जानेवाले करियर विकल्पों में से एक टी-टेस्टर भी है. टी-टेस्टर न केवल चाय का स्वाद चखता है, बल्कि अलग-अलग किस्मों की चाय के बीच के अंतर को भी पहचानता है और एक विशेष स्वाद को प्राप्त करने के लिए विभिन्न तरीकों से सलाह दे सकता है. चाय की गुणवत्ता और सुगंध के अनुसार उसकी किस्मों को बांटने में मदद करता है. चाय के स्वाद को परखना पूरी तरह से एक कला है, लेकिन आधुनिक चाय उद्योग में इसे करियर के तौर पर अपना कर आगे बढ़ने के लिए साइंस के सहयोग की भी जरूरत होती है.

आप चुन सकते हैं यह करियर

आपने अगर एग्रीकल्चर साइंस, बाॅटनी, फूड साइंस, हॉर्टीकल्चर या संबंधित विषय में बीएससी किया है और अपने लिए कुछ नये तरह का करियर तलाश रहे हैं, तो टी इंडस्ट्री की ओर रुख कर सकते हैं. ग्रेजुएशन के बाद किसी मान्यताप्राप्त संस्थान से टी मैनेजमेंट या टी- टेस्टिंग में डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स कर इस क्षेत्र में अच्छी शुरुआत की जा सकती है. इसके साथ ही इस करियर को चुनने के लिए कुछ खास गुणों का होना भी जरूरी है, जैसे चाय के स्वाद काे परखनेवाला टेस्ट बड, चाय के बारे में गहाराई से जानकारी आदि.

प्रमुख संस्थान, जो कराते हैं कोर्स

टी रिसर्च एसोसिएशन (टीआरए), कोलकाता. असम दार्जिलिंग टी रिसर्च सेंटर, दार्जिलिंग. डिपार्टमेंट ऑफ टी हसबैंडरी एंड टेक्नोलॉजी, असम एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ प्लांटेशन मैनेजमेंट, बेंगलुरु. डिप्रास इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज, कोलकाता. एनआईटीएम, दार्जिलिंग टी रिसर्च एंड मैनेजमेंट एसोसिएशन, दार्जिलिंग. द टी टेस्टर्स एकेडमी, कुन्नूर, केरल. यूपीएएसआई टी रिसर्च इंस्टीट्यूट, तमिलनाडु.

भारतीय चाय की दुनिया भर में मांग

भारत की चाय दुनिया भर में प्रसिद्ध है और यह दुनिया के सबसे बड़े चाय निर्यातकों में शामिल है. यहां ज्यादातर चाय का उत्पादन पूर्वोत्तर राज्यों और पश्‍चिम बंगाल में किया जाता है. हमारे यहां चाय की विभिन्न किस्मों, जैसे दार्जलिंग चाय, असम चाय, डूअर्स और तेराई चाय, कांगड़ा चाय, नीलगिरि चाय, वायनाड चाय और मुन्नार चाय आदि का उत्दान होता है. चाय की इन किस्मों की वैश्विक स्तर पर मांग है. इसलिए भारत में चाय उद्योग अच्छी तरह से स्थापित एवं विकसित है और इसमें आगे बढ़ने के बेहतरीन अवसर मौजूद हैं.

जॉब के मौके मिलेंगे यहां

टी मैनेजमेंट नये जमाने का करियर विकल्प है. इसमें टी टेस्टिंग, रिसर्च, प्लांटेशन मैनेजमेंट, टी ब्रोकिंग, कंस्लटिंग, प्लांटेशन, प्रोसेसिंग, अकाउंटिंग, ब्राडिंग, मार्केटिंग के क्षेत्र में करियर बनाने के मौके मौजूद हैं. आप टी इंडस्ट्री में अपनी रुचि के अनुसार कार्यक्षेत्र चुन कर आगे बढ़ सकते हैं. टी टेस्टिंग एवं टी मैनेजमेंट के पेशेवरों के लिए टी बोर्ड ऑफ इंडिया, टी एसोसिएशन, टी प्लांटेशन, टी ब्रोकिंग हाउस में जॉब के अवसर उपलब्ध हैं. इसके अलावा टाटा टी लिमिटेड, यूनिलीवर ब्रांड्स, रेड लेबल, लिप्टन, बुक ब्रांड आदि कंपनियाें में भी नौकरी कर सकते हैं.

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