Astronaut Food In Space: हाल ही में भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला ने अपनी ऐतिहासिक उड़ान भरी है. अपने 14 दिनों के मिशन के लिए वे खास खाने के पैकेट्स के साथ गाजर का हलवा और आम का रस भी लेकर गए हैं. ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठता है—अंतरिक्ष में खाना आखिर होता कैसा है?
अंतरिक्ष में क्या खाया जाता है?
पहले के दौर में एस्ट्रोनॉट्स सिर्फ बेबी फूड लेते थे, लेकिन अब तकनीक के कारण थर्मो-स्टेबलाइज्ड यानी कम नमी वाला खाना भी ले जाया जाता है. यह खाना पानी मिलाकर खाया जाता है. स्पेस में ब्राउनी, सूखे फल, फ्रीज-ड्राई भोजन जैसे तले अंडे, चिकन सूप, मैकरोनी, पनीर और श्रिम्प कॉकटेल जैसे आइटम शामिल होते हैं.
कौन-कौन से फूड मना हैं?
अंतरिक्ष में ब्रेड, सूखा नमक, काली मिर्च, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स, शराब और ताजे फल-सब्जियां नहीं ले जाई जातीं. ऐसा इसलिए क्योंकि इनके क्रम्ब्स या टुकड़े अंतरिक्ष यान में तैर सकते हैं और मशीनों को नुकसान पहुंचा सकते हैं. वहां सुपरफूड्स जैसे माइक्रोएल्गी और लैब में बना मांस इस्तेमाल किया जाता है, जो पोषण से भरपूर होते हैं.
डाइट कैसे प्लान की जाती है?
एस्ट्रोनॉट्स का खाना खास पैकेट्स में दिया जाता है. लिक्विड जैसे चाय, कॉफी और जूस पाउडर के रूप में भेजे जाते हैं और फिर पानी मिलाकर पिए जाते हैं. खाना ऐसे तैयार किया जाता है जिससे एस्ट्रोनॉट्स की मसल्स और हड्डियां कमजोर न हों और शरीर में ताकत बनी रहे.
यानी अंतरिक्ष में भोजन उतना आसान नहीं जितना हम धरती पर खाते हैं, लेकिन यह पूरी तरह से पोषण और सेफ्टी को ध्यान में रखकर बनाया जाता है.
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