Bhagavad Gita Quotes : भगवद् गीता में बताए है ये मोटीवेशनल उपदेश, कीजिए घोर
Bhagavad Gita Quotes : यहां भगवद् गीता से मोटीवेशनल उपदेश दिए गए हैं, जो जीवन में सकारात्मक सोच और कर्मशीलता की प्रेरणा देते हैं.
By Ashi Goyal | May 4, 2025 4:55 AM
Bhagavad Gita Quotes : भगवद् गीता केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक उत्कृष्ट मार्गदर्शिका है. इसमें भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो उपदेश दिए, वे आज भी हर इंसान के जीवन में प्रेरणा और आत्मबल का स्रोत हैं. गीता के श्लोक हमें कर्म, धर्म, आत्मा और जीवन के गहरे रहस्यों को समझाते हैं. ये उपदेश हर परिस्थिति में सकारात्मक सोच और सही निर्णय लेने की शक्ति देते हैं, यहां भगवद् गीता से मोटीवेशनल उपदेश दिए गए हैं, जो जीवन में सकारात्मक सोच और कर्मशीलता की प्रेरणा देते हैं:-
तुम्हारा अधिकार केवल कर्म करने में है, फल में नहीं.
“मन एव मनुष्याणां कारणं बन्धमोक्षयोः” – मनुष्य का मन ही उसके बंधन और मोक्ष का कारण है.
“योगः कर्मसु कौशलम्” – योग का अर्थ है कर्मों में कौशल और संतुलन.
“समत्वं योग उच्यते” – सुख-दुःख में समान रहना ही योग है.
“जो हुआ, अच्छे के लिए हुआ। जो हो रहा है, अच्छे के लिए हो रहा है। जो होगा, वह भी अच्छे के लिए ही होगा”
“अपने कर्तव्य को निभाना ही सबसे बड़ा धर्म है”
“क्रोध से भ्रम पैदा होता है, भ्रम से स्मृति का नाश होता है, और स्मृति के नाश से बुद्धि नष्ट हो जाती है”
“जिसे न शोक होता है, न इच्छाएं होती हैं, वही ज्ञानी है और वही मुक्त है”
“जो अपने इंद्रियों को संयमित करता है, वही सच्चा योगी है”