Chanakya Niti: बना-बनाया काम बिगाड़ने की आदत होती है इन लोगों में

आचार्य चाणक्य ने बताया है कि समाज में कुछ लोग बिना वजह दूसरों के काम में विघ्न डालते हैं. जानें ऐसे लोगों से कैसे रहें सतर्क.

By Pratishtha Pawar | July 2, 2025 7:15 AM
an image

Chanakya Niti: हम सभी की ज़िंदगी में कुछ लोग ऐसे होते हैं जो बिना वजह हमारे काम में अड़चन डालते हैं. चाहे काम सही चल रहा हो, फिर भी उनकी वजह से काम बिगड़ जाता है. आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में ऐसे लोगों के बारे में बताया है जो हर समय दूसरों का काम बिगाड़ने की आदत रखते हैं. उनका यह अनुभव आज भी हमारे जीवन में सटीक बैठता है. चाणक्य की ये बातें हमें ऐसे लोगों से सावधान रहने की सीख देती हैं ताकि हम अपने काम में सफलता पा सकें.

Chanakya Niti in Hindi: चाणक्य की नजर में कौन लोग दूसरों के काम में डालते हैं विघ्न, जानें उनकी सच्चाई

पुरुषों में नाई, स्त्रियों में मालिन, पक्षियों में कौवा और पशुओं में गीदड़ को धूर्त माना गया है. ये बिना कारण दूसरों के कार्य में विघ्न डालते हैं और बना-बनाया काम बिगाड़ने में लगे रहते हैं.

आचार्य चाणक्य

आचार्य चाणक्य ने कुछ लोगों और जीवों के उदाहरण देकर यह समझाया कि समाज में कुछ लोगों की आदत होती है दूसरों के काम में टांग अड़ाने की.

 1. नाई (पुरुषों में)

पुराने समय में नाई सिर्फ बाल काटने का काम नहीं करते थे, वे गांव-समाज की बातें हर जगह फैलाते थे. उनकी बातें कई बार लोगों के बीच गलतफहमियां पैदा कर देती थीं और अच्छा-खासा काम बिगड़ जाता था.

2. मालिन (स्त्रियों में)

मालिन यानी फूल बेचने वाली महिला. वो हर घर, मंदिर जाती थी और सभी से बातें करती थी. अगर उसकी नीयत सही न हो तो वो इधर की बातें उधर करके विवाद पैदा कर सकती थी.

3. कौवा (पक्षियों में)

कौवा हर जगह शोर करता है, गंदगी फैलाता है और दूसरों को तंग करता है. इसी वजह से चाणक्य ने कौवे को ऐसा पक्षी माना जो बेवजह दूसरों को परेशान करता है.

4. गीदड़ (पशुओं में)

गीदड़ चालाक और डरपोक होता है. वो छुपकर वार करता है और शिकार को नुकसान पहुंचाता है. इसी तरह कुछ लोग होते हैं जो सामने से कुछ नहीं कहते पर पीठ पीछे आपके काम में बाधा डालते हैं.

इस नीति से हमें ये सिखने को मिलता है कि हमें ऐसे लोगों से दूर रहना चाहिए जो बिना वजह हमारे काम में रुकावट डालें. ये लोग अपने मतलब के लिए दूसरों का नुकसान करते हैं. अगर हम सतर्क रहेंगे तो अपने काम को सफलता तक आसानी से पहुंचा सकते हैं.

चाणक्य की यह नीति हमें जीवन में सजग रहने की सलाह देती है. अच्छे और बुरे लोगों की पहचान करना जरूरी है ताकि हम बिना किसी रुकावट के अपने लक्ष्य की ओर बढ़ सकें. ऐसे लोगों से दूर रहकर ही हम अपने जीवन को सुखी और सफल बना सकते हैं.

Also Read: Chanakya Niti: समाज आपकी औकात नहीं आपकी दौलत देखता है

Also Read: Chanakya Niti: व्यक्ति को जान से भी प्यारी होती हैं ये 3 चीजें

Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. प्रभात खबर इसकी पुष्टि नहीं करता है.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें

Life and Style

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version