Chanakya Niti: नरक में रहने वाले और धरती में रहने वाले लोगों में होती है ये समानताएं
Chanakya Niti: आज भी कई लोग ऐसे हैं, जो चाणक्य नीति से मार्गदर्शन लेकर अपने जीवन का आदर्श तय करते हैं. आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति शास्त्र में मनुष्य के ऐसे कुछ गुणों का जिक्र किया है, जो नरक में रहने वाले लोगों के गुणों से मिलते हैं.
By Tanvi | August 26, 2024 8:00 AM
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में कई ऐसी बातों का जिक्र किया है, जो जिन्दगी के हर मोड़ पर लोगों का मार्गदर्शन करने का काम करती है. उनके नीति शास्त्र में कई ऐसे सवालों का बहुत ही साफ और सटीक जवाब मिल जाता है, जिनका जवाब लोगों को खोजने में पूरा जीवन लग जाता है, इन्हीं कारणों से चाणक्य नीति की लोकप्रियता लोगों के बीच बहुत अधिक है, आज भी कई लोग ऐसे हैं, जो चाणक्य नीति से मार्गदर्शन लेकर अपने जीवन का आदर्श तय करते हैं. आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति शास्त्र में मनुष्य के ऐसे कुछ गुणों का जिक्र किया है, जो नरक में रहने वाले लोगों के गुणों से मिलते हैं.
अत्यधिक क्रोध
आचार्य चाणक्य का ऐसा मानना है कि जिन लोगों को क्रोध अधिक आता है, उनके गुण नरक में रहने वाले लोगों के गुण से बहुत मिलते हैं. जिस प्रकार नरक में रहने वाले व्यक्ति हमेशा अग्नि में जलते हैं, उसी प्रकार जिस व्यक्ति को अधिक क्रोध आता है, वो भी अपनी क्रोध की अग्नि में जीवन भर जलता रहता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार ऐसे लोग जो अपने ही लोगों से शत्रुता रखते हैं, उनका जीवन नरक में रहने वाले लोगों के जीवन से बहुत मिलता-जुलता होता है, क्योंकि जिस प्रकार नरक में रहने वाले लोगों का कोई अपना नहीं होता है, उसी प्रकार अपनों से शत्रुता रखने वाले लोगों का भी कोई अपना नहीं होता है और ऐसे लोगों का जीवन हमेशा अकेले में ही बीतता है.
कठोर वचन
चाणक्य नीति के अनुसार ऐसे लोग जो हमेशा कठोर वचन बोलते हैं, उनके गुण भी नरक में रहने वाले लोगों से काफी मिलते हैं. ऐसे लोग जो अपने जीवन में केवल कठोर वचनों का ही इस्तेमाल करते हैं, उनसे लोग बात करना पसंद नहीं करते हैं और ऐसे लोगों का जीवन अकेले में ही बीतता है, जो नरक में रहने के ही समान है.