- मंत्रविस्रावी कार्यं नाशयति
आचार्य चाणक्य के इस सूत्र के अनुसार, किसी भी काम को करने से पहले उसके बारे में बात करना उचित नहीं है. आचार्य चाणक्य इस सूत्र के माध्यम से ये कहते हैं कि काम को शुरू करने से पहले उसे अपने तक ही सीमित रखना चाहिए. अगर इन बातों को दूसरों के सामने बता दिया जाए तो सफल होने के आसार कम हो जाते हैं. इस गलती को करने से बचें.
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- मित्रसंग्रहेण बलं संपद्यते
इस सूत्र के मुताबिक अगर किसी व्यक्ति के पास अच्छे और खास दोस्तों का साथ है तो उसे कोई भी काम को करने के लिए बल मिलता है. इस सूत्र का मुख्य उद्देश्य एकता में बल के महत्व को बताना है. दोस्तों का साथ आपको जीवन में किसी भी परेशानी को हल करने में मदद करता है.
चाणक्य नीति के मुताबिक, जो व्यक्ति आलसी होता है उसे कोई फायदा नहीं होता है. इस सूत्र के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति बस चीजों को सोचता है और आलस के कारण उसे पूरा नहीं कर पाता है तो उसे सफलता नहीं मिलता हैं. जो व्यक्ति मेहनत से किसी काम को करता है उसे ही आगे चलकर उस काम का फल मिलता है.
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