Garuda Purana Quotes : गरुड़ पुराण में बताए है ये गलत काम करने के ये अंजाम
Garuda Purana Quotes : गरुड़ पुराण में जीवन के कर्मों और उनके परिणामों के बारे में कई महत्वपूर्ण उपदेश दिए गए हैं. यहां प्रमुख उद्धरण दिए गए हैं जो गलत कार्यों के परिणामों को दर्शाते हैं.
By Ashi Goyal | April 7, 2025 11:00 PM
Garuda Purana Quotes : गरुड़ पुराण हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण ग्रंथों में से एक है, जिसमें जीवन, मृत्यु और परलोक के बारे में गहन ज्ञान निहित है. यह ग्रंथ पाप और पुण्य के कर्मों के परिणामों को स्पष्ट करता है और नैतिक जीवन जीने के लिए उपदेश देता है. इसमें नरक, स्वर्ग, और आत्मा के संधान के विषय में भी विस्तार से चर्चा की गई है. इस पुराण के कोट्स आज भी हमें सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं, गरुड़ पुराण में जीवन के कर्मों और उनके परिणामों के बारे में कई महत्वपूर्ण उपदेश दिए गए हैं. यहां प्रमुख उद्धरण दिए गए हैं जो गलत कार्यों के परिणामों को दर्शाते हैं:-
“यत्र पापानि पश्यन्ति, तत्र नरकस्य द्वारः सदा विद्यमानम्” जहां पाप किया जाता है, वहां नरक का द्वार सदा खुला रहता है.
“कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन” तुम्हारा अधिकार केवल कर्म करने में है, फलों में नहीं.
“पापानि चेद्यं न हि यः पापे स्थितः सदा नरकं याति” जो पाप करता है और पाप में ही स्थित रहता है, वह सदा नरक में जाता है.
“दुष्टः कर्माण्यन्यथा कुर्याद्यस्तु सदा पापे स्थितः” जो व्यक्ति सदैव पाप में लिप्त रहता है, उसके कर्म भी गलत होते हैं.
“अहिंसा परमो धर्मः, पापं तु न सदा सुखम्” अहिंसा सबसे बड़ा धर्म है, पाप कभी सुख नहीं देता.
“यः पापे स्थितः सदा दु:खं अनुभवति” जो पाप के मार्ग पर चलता है, वह हमेशा दुखी रहता है.
“कष्टं यास्यति पापात्मा, नृणां पापैः समाहितः” पापी आत्मा सदा कठिनाइयों का सामना करती है.
“पापकर्म फलं दुःखं यत्र यत्र प्रपद्यते” जहां पाप के कर्म किए जाते हैं, वहां दुख ही प्राप्त होता है.
“दोषः पापस्य नित्यं विद्यमानः सदा नरकः” पाप का दोष सदा विद्यमान रहता है और नरक में ले जाता है.
“संसारस्य सुखं पापस्य परिणामः दुःखः” संसार में सुख प्राप्ति पाप के परिणामस्वरूप दुःख में बदल जाती है.