ढोल, मांदर व नगाड़ों के बीच गूंजे करम गीत, झूमकर नाचीं विधायक अंबा प्रसाद, देखें Video
बड़कागांव : हजारीबाग जिला के बड़कागांव प्रखंड तथा आसपास के क्षेत्रों में भाई-बहन के निश्छल प्रेम के पर्व करमा हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. प्रखंड के लगभग 2,500 से अधिक अखरा में करम के डाल को स्थापित कर बहनों ने पूजा-अर्चना की. इसके बाद ढोल, मांदर व नगाड़ों की गूंज के बीच बहनों ने करम गीत ‘अपन करम, भैया का धरम’ गाये.
By Prabhat Khabar Digital Desk | August 30, 2020 2:29 PM
बड़कागांव : हजारीबाग जिला के बड़कागांव प्रखंड तथा आसपास के क्षेत्रों में भाई-बहन के निश्छल प्रेम के पर्व करमा हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. प्रखंड के लगभग 2,500 से अधिक अखरा में करम के डाल को स्थापित कर बहनों ने पूजा-अर्चना की. इसके बाद ढोल, मांदर व नगाड़ों की गूंज के बीच बहनों ने करम गीत ‘अपन करम, भैया का धरम’ गाये.
पुलिस प्रशासन के निर्देशों का पालन किया गया. इसलिए इस बार साउंड सिस्टम या डीजे का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं हुआ. पर्व में शामिल लोगों ने सोशल डिस्टैंसिंग का पालन किया. 29 अगस्त की शाम से लेकर 30 अगस्त की सुबह तक लोकगीत के साथ ढोलक, मांदर व नगाड़ा की आवाज गूंजती रही.
करम डाल के चारों ओर कुंवारी व विवाहित महिलाएं झूमर नाचती रहीं. 29 अगस्त को सभी अखरा में करम की डाल को स्थापित करके देर रात तक पूजा-अर्चना की गयी. पूजा के दौरान भाइयों-बहनों ने एक दूसरे से पूछा : किसका करम? बहनों ने कहा : अपन करम, भैया का धरम.
इतना कहने के बाद बहनों ने खीरा, चना, मटर व विभिन्न फलों के साथ पूजा-अर्चना की. पूजा के दौरान भाई-बहनों ने करम-धरम की कहानी सुनकर पूजा संपन्न की. तत्पश्चात रात भर बहनें नाचती-गाती रहीं. दूसरे दिन 30 अगस्त को अपने-अपने गांव की नदियों व पोखरों में करम डाल को विसर्जित कर दिया गया.
विसर्जन के दौरान महिलाएं करम डाल के साथ नाचते-गाते हुए नदी या पोखर तक पहुंचीं. यहां सभी ने करम की डाल को विदाई दी. करम पर्व को शांतिपूर्वक संपन्न कराने में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी अहम भूमिका निभायी.
करम पर्व पर बड़कागांव की विधायक अंबा प्रसाद भी आम लोगों के साथ मिलकर खूब नाचीं. उन्होंने इसका एक वीडियो अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया. इस वीडियो को हजारों लाइक्स मिले हैं और करीब 700 लोगों ने इसे शेयर किया है. सोशल मीडिया पर अंबा प्रसाद की लोग खूब तारीफ कर रहे हैं.