Personality Traits: जानिए कैसा होता है, ज्यादा किताब पढ़ने वालों का व्यक्तिव
Personality Traits: इस लेख में आपको यह बताने का प्रयास किया जा रहा है कि ऐसे लोग जिन्हें किताब पढ़ना बहुत अधिक पसंद होता है, उनका व्यक्तिव किस प्रकार का होता है और उनके गुण और अवगुण क्या होते हैं.
By Tanvi | September 11, 2024 6:06 PM
Personality Traits: हर व्यक्ति की पसंद और उसकी आदत एक दूसरे से काफी अलग होती है और इस अलग आदतों के आधार पर व्यक्ति के व्यक्तिव में भी कुछ अंतर दिखाई देते हैं. कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो किताब पढ़ना अधिक पसंद करते हैं और ऐसे लोगों के बारे में एक सामान्य धरणा यह बन जाती है कि ज्यादा किताब पढ़ने वाले लोग पढ़ाकू और ज्ञानी किस्म के होते हैं, लेकिन क्या बस यही विशेषताएं ही इनके व्यक्तिव के बारे में बताई जा सकती हैं, ऐसा बिल्कुल नहीं है. एक व्यक्ति के किसी एक आदत के आधार पर उसके व्यक्तिव की कई सामान्य बातों का अंदाजा लगाया जा सकता है. इस लेख में आपको यह बताने का प्रयास किया जा रहा है कि ऐसे लोग जिन्हें किताब पढ़ना बहुत अधिक पसंद होता है, उनका व्यक्तिव किस प्रकार का होता है और उनके गुण और अवगुण क्या होते हैं.
जिज्ञासु होते हैं
जिन लोगों को किताब पढ़ना बहुत अधिक पसंद होता है, उनके बारे में यह माना जाता है कि ऐसे लोग किसी चीज को जानने के लिए बहुत जिज्ञासु होते हैं और किताबें इनकी जिज्ञासा को शांत कर देती हैं, यही कारण है कि ये अपनी ज्ञान और सूचना की भूख को मिटाने के लिए किताबों में डूबे रहते हैं.
कल्पनाओं में रहना पसंद करते हैं
अधिक किताब पढ़ने वाले और खासकर फिक्शनल किताबों को पढ़ने वालों के बारे में यह माना जाता है कि ऐसे लोग हमेशा कल्पनाओं में रहना पसंद करते हैं, ये कल्पनाएं उन्हें वास्तविक जीवन से अलग रखती है. जो यह चाहते भी हैं और इनकी कल्पना शक्ति अधिक होने के कारण इनकी रचनात्मकता भी बहुत अधिक होती है.
जो लोग अधिक किताबें पढ़ते हैं, उनके बारे में यह भी माना जाता है कि ऐसे लोगो में किताब ना पढ़ने वालों की तुलना में अधिक फोकस देखने को मिलता है. किताबें इनकी ध्यान शक्ति को और अधिक बढ़ाने का काम करती हैं.
चीजों और लोगों से बहुत जल्दी जुड़ जाते हैं
जिन लोगों को किताब पढ़ना बहुत अधिक पसंद होता है, उनके बारे में यह माना जाता है कि ऐसे लोग किसी भी चीज या व्यक्ति से बहुत जल्दी जुड़ जाते हैं, ऐसा इनके भावनात्मक रूप से कमजोर होने के कारण भी होता है.
किताब ज्यादा पढ़ने वाले लोग अपने ज्ञान को जीवन में उतारने में थोड़े पीछे रह जाते हैं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ये चीजों को पढ़ने में इतने ज्यादा व्यस्त हो जाते हैं कि इस ज्ञान का इस्तेमाल कहां किया जाए यह सोचना भूल जाते हैं.