Personality Traits: आपके छींकने का स्टाइल बताता है आपका व्यक्तित्व, चेक करें कैसी है आपकी पर्सनालिटी

Personality Traits : नाक के अंदर म्यूकस झिल्ली में कोई भी धूल कण चिपकने से हमें अक्सर छींक आती है. सर्दी की बात अलग है. लेकिन कभी गौर किया है कि आपके छींकने का तरीका भी आपकी पर्सनालिटी के राज खोलता है.

By Meenakshi Rai | September 10, 2023 1:05 PM
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Personality Traits : बारिश में भींगने पर या सर्दियों के मौसम में जुकाम होने पर छींक आना एक आम बात है. वहीं गर्मी और दूसरे मौसम में भी छींक आ ही जाती है. कुछ लोग बड़ी ही जोर से छींकते हैं वहीं कई लोग बहुत ही धीरे. यानी कुछ लोगों के छींकने पर तेज आवाज आती है, वहीं कुछ लोग बहुत धीरे से छींकते हैं. पता ही नहीं चलता कि हमारे बीच किसी ने छींका भी है. छींकने का अंदाज भी आपकी पर्सनालिटी के बारे में काफी कुछ बताता है.ब्रिटेन के फेमस हाव-भाव विशेषज्ञ रॉबिन करमोड ने अपनी बुक ‘स्पीक सो योर ऑडियंस विल लिसेन’ में इससे जुड़ी कई रोचक बातों का खुलासा किया है.

अगर कोई बहुत ही तेज आवाज के साथ छींकता है तो छींक के दौरान तेज आवाज निकालने वाले हमेशा आकर्षण का केंद्र बने रहना चाहते हैं. उन्हें दूसरों के बीच अपनी अहमियत जताने और बातें मनवाने में आनंद आता है.

कई लोग छींकने के दौरान ‘सॉरी’ या ‘एक्सक्यूज मी’ बोलते हैं. छींकने से पहले या बाद में ‘सॉरी’ या ‘एक्सक्यूज मी’ बोलने वाले अमूमन शांत, शालीन और अंतर्मुखी होते हैं. ऐेसे लोग दूसरों की जिंदगी में दखल देना बिल्कुल पसंद नहीं करते.

कुछ लोग अपनी छींक को रोक लेते हैं. छींक रोकने की कोशिश करने वाले लोग अंतर्मुखी होते हैं. ऐसे लोग भीड़भाड़ से अलग रहना पसंद करते हैं. उन्हें ये परवाह नहीं होती कि कोई उसे हमेशा तवज्जों दें वे अपने में मस्त रहना पसंद करते हैं

जब कोई इंसान छींकते समय नाक-मुंह को रुमाल या हाथ से ढंकना पसंद करता है तो यह बताता है कि ऐसे लोग दूसरों की खुशी को भी तवज्जो देते हैं. उन्हें नियम-कायदों का पालन करना और मिल-जुलकर रहना पसंद आता है.

कुछ लोग बार- बार छींकते हैं. एक के बाद एक कई बार छींकने वालों को भी लोगों का ध्यान खींचने में मजा आता है. लोग अगर उनकी बातों पर ध्यान न दें या उन्हें नजरअंदाज करें तो ये लोग बेहद उदास हो जाते हैं.

छींक से फायदे

कहा जाता है कि जब भी किसी को छींक आती है तो इससे दिमाग को फायदा होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि जब कोई व्यक्ति छींकता है, तो उस समय थोड़ी देर के लिए व्यक्ति का नाक और गला काफी आरामदायक महसूस करता हैं. इसी दौरान दिमाग में एक हार्माेन बनता है, जो दिमाग को अच्छा महसूस कराता है. इसी कारण से कई लोग जबरदस्ती नाक में कुछ डालकर छींक लाने का प्रयास करते हैं.

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