कब सफल होता है प्रेम विवाह? प्रेमानंद महाराज की ये सलाह मान ली तो कभी नहीं होगा रिश्ता कमजोर
Premanand Ji Maharaj: प्रेम विवाह पर प्रेमानंद जी महाराज ने क्या कहा है यह लेख उसी पर आधारित है. वे इसका विरोध नहीं बल्कि इसके लिए सच्ची प्रतिबद्धता जरूरी मानते हैं.
By Sameer Oraon | May 14, 2025 10:45 PM
Premanand Ji Maharaj On Love Marriage: प्रेम विवाह आज के समय में बेहतर रहता है या नहीं? अगर किसी के प्रति प्रेम है तो किन बातों का ध्यान रखना जरूरी होता ? ये कुछ ऐसे सवाल हैं जो आज के समय में बड़ा डिबेटेबल मुद्दा है. लेकिन इस विषय पर प्रेमानंद महाराज जी ने विस्तार से जवाब दिया है. प्रेमानंद महाराज आज के समय में किसी परिचय के मोहताज नहीं है. वे अक्सर दरबार लगाकर भक्तों के सवालों का जवाब देते रहते हैं. आज से कुछ माह पहले ही उन्होंने एक भक्त के प्रेम विवाह के सवाल बड़ा दिलचस्प जवाब दिया था. उस वक्त उन्होंने कहा था कि प्रेम विवाह तभी सफल होता है जब उसमें सच्चाई, प्रतिबद्धता और पारिवारिक सहमति हो.
शारीरिक आकर्षण पर आधारित प्रेम संबंध गलत
प्रेमानंद जी महराज का कहना है कि यदि प्रेम विवाह आपसी प्रतिबद्धता और पारिवारिक सहमति के साथ किया जाए तो गलत नहीं है. यदि 2 लोग जीवनभर साथ निभाने का संकल्प लें, तो यह विवाह स्वीकार्य है. हालांकि उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रेम संबंध केवल शारीरिक आकर्षण पर आधारित है और उसमें स्थायित्व या प्रतिबद्धता नहीं है, तो ऐसे संबंधों से बचना चाहिए. वे कहते हैं कि जो लोग शादी से पहले शारीरिक संबंधों में लिप्त होकर अलग हो जाते हैं तो ये प्यार की सच्चाई को नकार देता है.
प्रेमानंद जी महराज ने कहा कि यदि उन्होंने किसी के साथ प्रेम संबंध स्थापित किया है, तो वे उसके प्रति निष्ठावान रहें. वे कहते हैं कि एक बार संबंध स्थापित हो जाने के बाद किसी तीसरे व्यक्ति की तलाश करना उचित नहीं है. उन्होंने माता-पिता को सलाह दी कि यदि वे अपने बच्चों के निर्णयों को समझें और उनका मार्गदर्शन करें. इससे वे गलत दिशा में भटकने से बच जाएंगे.