Premanand Ji Maharaj Quotes : क्रोध को शांत करने का केवल एक ही तरीका है, यहां पढ़िए कुछ खास कोट्स
Premanand Ji Maharaj Quotes : क्रोध एक ऐसी भावनात्मक स्थिति है जो व्यक्ति के मानसिक शांति को भंग कर देती है और अक्सर गलत निर्णयों की ओर ले जाती है, यहां जानें प्रेमानंद महाराज के कहे कुछ कोट्स को.
By Ashi Goyal | November 22, 2024 7:16 PM
Premanand Ji Maharaj Quotes : क्रोध एक ऐसी भावनात्मक स्थिति है जो व्यक्ति के मानसिक शांति को भंग कर देती है और अक्सर गलत निर्णयों की ओर ले जाती है, इसे नियंत्रित करना और शांत रहना जीवन की सबसे महत्वपूर्ण कला है, प्रेमा नंद जी महाराज के अनुसार, क्रोध पर काबू पाकर ही हम अपने भीतर की वास्तविक शक्ति और शांति को पहचान सकते हैं, इस लेख में हम क्रोध को शांत करने के कुछ महत्वपूर्ण उपायों और प्रेरणादायक उद्धरणों के बारे में जानेंगे:-
“क्रोध से अधिक विनाशक कोई भी शत्रु नहीं है”
“जो व्यक्ति क्रोधित होता है, वह अपने ही नुकसान का कारण बनता है”