Shardiya Navratri 2023 : नवरात्रि में क्या आपने भी रखा है उपवास, जानिए फलाहारी करने के फायदे

Shardiya Navratri 2023 : शारदीय नवरात्र की शुरुआत हो गई है. इस दौरान 9 दिनों तक देवी दुर्गा की पूजा उपासना की जाती है. घरों में कलश स्थापना कर 9 दिन तक साधक व्रत भी रखते हैं. मां दुर्गा की आराधना के लिए कई भक्त पूरे दिन फलाहार व्रत रखते हैं तो कई भक्त सेंधा नमक वाला भोजन करते हैं.

By Meenakshi Rai | October 15, 2023 11:56 AM
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Navratri Fasting Benefits : शारदीय नवरात्रि में भगवान दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है. इस अवसर पर बहुत से लोग नौ दिनों तक उपवास करते हैं और केवल फल का सेवन करते हैं, जिसे फलाहारी उपवास कहा जाता है. इससे आध्यात्मिक लाभ मिलता है साथ ही सेहत भी ठीक रहती हैं.

नवरात्रि में व्रत रखने के कई तरह के फायदे है. इससे आपका शरीर अच्‍छी तरह डिटॉक्‍स हो जाता है, इम्‍यूनिटी बूस्ट होती है और चेहरा भी खिल जाता है.

हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, 9 दिनों तक व्रत रखने और फलाहार से शरीर में सूजन की समस्या कम होती है. इससे गठिया, अस्थमा और एलर्जी जैसी बीमारियों में भी काफी आराम मिलता है.

नवरात्रि फास्टिंग के दौरान फलों का आहार लेने से ब्लड प्रेशर भी मेंटेन रहता है. हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से परेशान लोगों को इससे काफी राहत मिलती है. सात्विक भोजन से उनका शुगर लेवल कम होता है साथ ही वे हेल्दी होते हैं.

नवरात्रि में व्रत आपके दिल को भी दुरुस्त रखता है. उपवास में फल का आहार और शाकाहारी भोजन करने ब्लड लिपिड प्रोफाइल में सुधार होने के साथ ऑक्सीडेटिव तनाव दूर होता है. जिससे हार्ट डिजीज का खतरा कम करते हैं.

व्रत रखने से नवरात्रि के दिनों में सर्केडियन रिदम को रेगुलेट कर मेलाटोनिन प्रोडक्शन में सुधार होता है. जिससे आप आरामदायक नींद पाते हैं और इसका असर आपके स्वास्थ्य पर दिखाई देता है.

सबसे बड़ी बात यह भी है कि नवरात्रि में व्रत रहने से पुरानी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है. कैंसर, अल्जाइमर और पार्किंसंस जैसी बीमारियों पास नहीं भटकती.

नवरात्रि में व्रत रखने से पेट की सेहत ठीक रहती है. इन नौ दिनों सही डाइट की वजह से पाचन क्रिया सुधरी रहती है. आंत में सूजन जैसी समस्याएं कम हो जाती हैं.

नवरात्रि के दौरान उपवास करना हिन्दू धर्म में एक प्राचीन परंपरा है. इस अवसर पर भक्त उपवास के माध्यम से अपनी भक्ति और साधना में लगे रहते हैं. उपवास का मतलब होता है किसी निर्दिष्ट आहार का त्याग करना और आत्म-निग्रह ( self-control) करना. इसका मक्सद शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक शुद्धि है.

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