Neem Karoli Baba: मन निर्मल, जीवन सफल- बाबा के इन उपदेशों में छुपा है जिंदगी का समाधान
Neem Karoli Baba: नीम करोली बाबा का जीवन गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने का प्रतीक था. वे हमेशा अपने अनुयायियों को नेक कार्यों और मानवता की सेवा करने की सलाह देते थे. उनका मानना था कि जीवन के दुखों से मुक्ति पाने का सबसे प्रभावी तरीका दूसरों की मदद करना और सकारात्मक सोच रखना है.
By Shashank Baranwal | April 5, 2025 3:03 PM
Neem Karoli Baba: 20वीं सदी के सबसे प्रभावशाली संतों में से एक नीम करोली बाबा थे. वे हनुमान जी के परम भक्त थे. भक्त उन्हें हनुमान जी का अवतार मानकर पूजते हैं. वे भले ही इस दुनिया में जिंदा नहीं हों लेकिन उनके विचार आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं. आज भी लाखों लोग उनके उपदेशों को अपने जीवन में अनुसरण कर रहे हैं. उनका आश्रम उत्तराखंड के कैंची धाम में स्थित है, जो न केवल भारतीय बल्कि विदेशियों के भी श्रद्धालुओं का केन्द्र बन चुका है. बाबा का जीवन गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने का प्रतीक था. वे हमेशा अपने अनुयायियों को नेक कार्यों और मानवता की सेवा करने की सलाह देते थे. उनका मानना था कि जीवन के दुखों से मुक्ति पाने का सबसे प्रभावी तरीका दूसरों की मदद करना और सकारात्मक सोच रखना है. ऐसे में अगर आप अपना जीवन बदलना चाहते हैं, तो नीम करोली बाबा के ये उपदेश जरूर याद रखें.
नीम करोली बाबा के मुताबिक, व्यक्ति को हर इंसान के साथ प्यार से पेश आना चाहिए. जरूरतमंद लोगों की सेवा और हमेशा सच बोलना चाहिए. जो व्यक्ति दूसरों के प्रति दया भाव रखता है वह समाज में सम्मान का हकदार होता है. वह भगवान के बहुत ही करीब होता है.
नीम करोली बाबा के अनुसार, ईश्वर का स्मरण जीवन की आखिरी सांस तक की जानी चाहिए. जब तक मन भटकता रहेगा, तब तक परम सत्य का अनुभव नहीं होगा. अगर प्रभु को पाना है, तो पहले अपने भीतर की ख्वाहिशों, लालसाओं और मोह-माया की परतों को हटाना होगा. मन जितना निर्मल होगा, उतना ही प्रभु का प्रकाश साफ दिखाई देगा.
नीम करोली बाबा के मुताबिक, हर नारी को मां के रूप में देखने की दृष्टि अपनाइए. उनकी सेवा उस भावना से कीजिए जैसे आप अपनी जननी की सेवा करते हैं. जब आप यह भाव अपनाते हैं, तो आपके अंदर का अहंकार खत्म होता जाता है और जब व्यक्ति का अहंकार खत्म हो जाए, तो वह ईश्वर के बहुत करीब हो जाता है.