– गणतंत्र दिवस पर भाषण
सभी सम्मानित शिक्षकों और मेरे प्यारे साथियों को मेरा नमस्कार.
आज हम सब यहां भारत के गणतंत्र दिवस के इस ऐतिहासिक अवसर पर एकत्र हुए हैं, जब 26 जनवरी 1950 को हमारा संविधान लागू हुआ था और भारत एक संप्रभु गणराज्य बना. यह दिन हम सभी के लिए गर्व और सम्मान का दिन है, क्योंकि इस दिन हम अपने अधिकारों और कर्तव्यों का पालन करने का संकल्प लेते हैं.
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हमारा संविधान दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का मार्गदर्शन करता है और यह हमारे देश की विविधता में एकता की ताकत को प्रदर्शित करता है. यह संविधान हमें न केवल अधिकार देता है, बल्कि हमें अपने कर्तव्यों को निभाने की जिम्मेदारी भी सौंपता है.
गणतंत्र दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हमें अपने देश की सुरक्षा, समृद्धि और गरिमा के लिए एकजुट होकर काम करना है. आज, हम यह संकल्प लें कि हम अपने देश को एक बेहतर स्थान बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे.
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इस विशेष अवसर पर हम अपने देश के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं जिन्होंने हमें स्वतंत्रता दिलाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी. आइए, हम सभी मिलकर भारत को एक समृद्ध और शक्तिशाली राष्ट्र बनाने का प्रण लें.
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जय हिंद