भगवान शिव पर जल चढ़ाते देखना
अगर आप इस महाशिवरात्रि से पहले खुद को भगवान शिव पर जल चढ़ाते हुए देख रहे हैं तो इसे बेहद ही शुभ माना जाता है. इसका साफ़ अर्थ होता है कि भगवान शिव की कृपा आप पर बरसने वाली है. केवल यहीं नहीं, कुछ ही समय में आपके जीवन में खुशियों की बहार भी आने वाली है.
यह भी पढ़ें- Swapna Shastra: ब्रह्म मुहूर्त में इन सपनों का दिखना माना जाता है सबसे शुभ, देखते ही देखते बरसने लगते हैं पैसे
यह भी पढ़ें– Swapna Shastra: कामियाबी का द्वार खोल देती हैं सपने में दिखने वाली ये चीजें, भूलकर भी किसी से न करें शेयर
काले रंग का शिवलिंग
काले रंग के शिवलिंग को हमेशा से भगवान शिव का प्रतीक माना गया है. यह भी एक कारण है कि अगर आपको महाशिवरात्रि से पहले सपने में काले रंग का शिवलिंग दिखाई दे तो यह बेहद ही शुभ संकेत होता है. सपने में यह देखने का साफ अर्थ होता है कि जीवन में काफी जल्द और तरक्की करने वाले हैं.
बेलपत्र
सपने में बेलपत्र का दिखना और फिर बेल का पेड़ देखना बेहद ही शुभ माना जाता है. सपने में बेलपत्र का दिखना इस बात की तरफ इशारा करता है कि आपको जल्द ही बहुत सारे पैसे मिलने वाले हैं और आपकी आपकी आर्थिक स्थिति सुधरने वाली है. केवल यहीं नहीं, सपने में बेलपत्र का दिखना इस बात की तरफ भी इशारा करता है कि आपकी बाकी परेशानियां भी दूर होने वाली है.
यह भी पढ़ें: Swapna Shastra: सपने में दिख गयी ये चीजें तो भाग्यशाली हैं आप, 24 घंटों के अंदर शुरू हो जाएगा अच्छा समय
नंदी
अगर आपको अपने सपने में नंदी दिखाई देते हैं तो इसे भी काफी शुभ माना जाता है. नंदी को भगवान शिव के वाहन के रूप में जाना जाता है. अगर आप महाशिवरात्रि से पहले अपने सपने में नंदी को देखते हैं तो तो यह बात की तरफ इशारा करता है कि काफी जल्द जीवन में आपकी तरक्की होने वाली है.
रुद्राक्ष
महाशिवरात्रि से पहले सपने में रुद्राक्ष का दिखना बेहद ही शुभ माना जाता है. सपने में रुद्राक्ष का दिखना इस बात की तरफ इशारा करता है कि आपके जीवन से जल्द सभी परेशानियां दूर होने वाली है.
भगवान शिव का मंदिर
महाशिवरात्रि से पहले सपने में भगवान शिव का मंदिर देखना भी काफी शुभ माना जाता है. इसका मतलब होता है कि आपके जीवन में जल्द ही सुख और समृद्धि का आगमन होने वाला है.
यह भी पढ़ें: Swapna Shastra: सपने में क्यों बार-बार दिखते हैं पितर? क्या है इसके पीछे का राज?
Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर बेस्ड है. प्रभात खबर किसी भी तरह से इनकी पुष्टि नहीं करता है.