क्यों मनाया जाता है विश्व जनसंख्या दिवस
1.जागरूकता बढ़ाने के लिए
यह विश्व की बढ़ती जनसंख्या से संबंधित चुनौतियों और अवसरों पर प्रकाश डालता है—जैसे:
- परिवार नियोजन और गर्भनिरोधक तक पहुँच
- मातृ एवं प्रजनन स्वास्थ्य
- युवा सशक्तिकरण
- र्यावरणीय स्थिरता
2. जनसंख्या संबंधी चिंताओं का समाधान
पृथ्वी पर 8 अरब से अधिक लोगों (2025 तक) के साथ, निम्नलिखित मुद्दे:
- भोजन और पानी की कमी
- स्वास्थ्य सेवा की पहुँच
- बेरोज़गारी
- शहरी भीड़भाड़
और भी गंभीर होते जा रहे हैं.यह दिन सरकारों और समुदायों को ज़िम्मेदारी और समानता के साथ कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करता है.
3. प्रजनन अधिकारों को बढ़ावा देना
विश्व जनसंख्या दिवस इस विचार का भी समर्थन करता है कि प्रत्येक व्यक्ति—विशेषकर महिलाओं—को बच्चे पैदा करने के बारे में सोच-समझकर निर्णय लेने का अधिकार होना चाहिए.यह निम्नलिखित को बढ़ावा देता है:
- लैंगिक समानता
- शिक्षा तक पहुँच
- जबरन या बाल विवाह को समाप्त करना
4. इस दिवस की उत्पत्ति
इसकी स्थापना संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) द्वारा 1989 में की गई थी, जो 11 जुलाई, 1987 को “पाँच अरब दिवस” के मील के पत्थर से प्रेरित थी, जब वैश्विक जनसंख्या 5 अरब तक पहुँच गई थी.
क्या है 2025 का थीम (World Population Day theme)
युवाओं को एक निष्पक्ष और आशावान दुनिया में अपने मनचाहे परिवार बनाने के लिए सशक्त बनाना.यह विषय प्रजनन क्षमता पर प्रकाश डालता है—यह सुनिश्चित करना कि दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी युवा पीढ़ी के पास अधिकार, साधन और अवसर हों ताकि वे इस बारे में सोच-समझकर निर्णय ले सकें कि उन्हें कब, कितने और कितने बच्चे पैदा करने हैं.