सन्हौला धुंआवे चंडिका स्थान में आयोजित नौ दिवसीय श्रीश्री 1008 रुद्र चंडी महायज्ञ में भागवत कथा के पांचवें दिन गुरुवार को कथावाचक अभयानंद अभिषेक शास्त्री जी ने कहा कि कि सत्य ही संसार में श्रेष्ठ है. सत्य को झुकाने का प्रयास बहुत होता है, पर सत्य अडिग होता है. उन्होंने सुखदेव महाराज के प्रगति उत्सव व परीक्षित को श्राप किस प्रकार मिला विस्तार से सुनाया. उन्होंने कहा कि जगत में कोई ऐसा प्राणी नहीं है, जिसे पता हो कि उसकी मृत्यु कब होगी. राजा परीक्षित को वरदान के रूप में ज्ञात था कि सात दिन के बाद वह बच नहीं सकते. इसलिए सुखदेव महाराज आये और उन्हें भागवत कथा सुनायी. कथावाचक ने कहा कि शिव ही शक्तिमान हैं. शिव नश्वर है, आदि और अनंत हैं. शिव की बड़ी महिमा है. भक्ति प्रेम श्रीराम नाम कृष्ण नाम की पराकाष्ठा का प्रारंभ शिव से ही होता है. भागवत कथा ज्ञान के साथ सुबह शाम माता चंडी के मंत्र उच्चारण से क्षेत्र गुंजायमान व भक्तिमय हो रहा है. प्रतिदिन माता की जयकारे व यज्ञ परिसर में स्थापित सभी देवी-देवताओं की प्रतिमा की पूजा अर्चना व सुबह शाम हवन से क्षेत्र का वातावरण शुद्ध हो रहा है. मेला कमेटी ने मेले में आये श्रद्धालुओं की सेवा में लगे हैं. मोनू कुमार सिंह ने सनोखर थानाध्यक्ष रणतेज भारती का स्वागत किया. मौके पर विपिन बिहारी सिंह, प्रभाष कुमार सिंह, कुंदन सिंह, भानु सिंह, आदित्य कुमार, मुकेश सिंह सहित काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे.
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