मधुपुर . स्थानीय महाविद्यालय परिसर में स्थित आदिवासी कल्याण छात्रावास में रह रहे छात्रों ने गुरुवार को एक बैठक कर छात्रावास में रसोइया उपलब्ध कराने की मांग की. बताया कि आदिवासी छात्रावास में पिछले छह महीनों से कोई भी रसोइया नियुक्त नहीं है. छात्र खुद अपने लिए खाना बना रहे है. छात्रों ने कहा कि यह बात सिर्फ चिंता की नहीं, व्यवस्था की असफलता का प्रतीक है. कहा कि पढ़ाई में आगे बढ़ने की चाह रखने वाले आदिवासी छात्रों के साथ यह व्यवहार सही नही है. कहा कि मधुपुर प्रशासन बुनियादी ज़रूरत की अनदेखी नही करें. कॉलेज प्रबंधन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को इस विषय में पहले ही सूचित किया जा चुका है. मधुपुर कॉलेज प्रबंधक को पत्र भी सौंपा गया था, साथ ही मंत्री को भी पूर्व में समस्या बतायी गयी है. लेकिन छह महीने बीत जाने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गयी है. कहा कि यह सिर्फ रसोइये की नियुक्ति का सवाल नहीं है. यह आदिवासी छात्रों के स्वास्थ्य, और शैक्षणिक भविष्य का प्रश्न है. छात्रों ने कहा कि अगर नौ अगस्त से पहले रसोइया की नियुक्ति नहीं की जाती है, तो विश्व आदिवासी दिवस समारोह में उपस्थित जनप्रतिनिधियों और कॉलेज प्रबंधकों के सामने विरोध दर्ज करायेंगे. मौके पर दर्जनों छात्र उपस्थित थे.
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