देवघर. आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर लोकतंत्र सेनानी संघ और 74 चेतना मंच के तत्वावधान में श्यामगंज रोड स्थित कार्यालय में विचार गोष्ठी आयोजित की गयी. इसमें कई सदस्यों ने भाग लिया. नारायण टिबड़ेवाल ने कहा कि आपातकाल में लोगों की विचारों को दबाया गया, जो लोकतंत्र के लिए सही नहीं था. तारकेश्वर सिंह ने कहा कि कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए और भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में देशव्यापी सफल आंदोलन चलाया गया थ..लेकिन लोकनायक ने 74 आंदोलन को जिस उद्देश्य से सफल बनाया था, वह उद्देश्य आज पूरा नहीं हो रहा है. केंद्र की सरकार 74 आंदोलन, आपातकाल आदि को लेकर कांग्रेस पर हमलावर होती रही है, लेकिन 74 आंदोलन में शामिल लोकतंत्र सेनानियों का दुख दर्द पूछने वाला कोई नहीं है. विभिन्न राज्यों में मीसाबंदियों को सरकारी कोष से पेंशन दी जा रही है. लेकिन जिन्होंने घर द्वार, पढ़ाई, रोजगार आदि छोड़कर आंदोलन को अपना सर्वस्व दान दे दिया उनके लिए केंद्र सरकार कुछ नहीं कर रही है. गोष्ठी में स्वतंत्रता सेनानियों की भांति लोकतंत्र सेनानियों को सम्मान दिये जाने की मांग की गयी. मौके पर बुद्धिनाथ खवाड़े, दिलीप दुबे, गोरेलाल झा, जितेंद्र केशरी, मोहन बरनवाल, रंजीत झा आदि मौजूद थे.
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