मधुपुर . शहर के बावनबीघा स्थित संवाद परिसर में शुक्रवार से दो दिवसीय देशज चिकित्सा का उत्प्रेरण सह प्रशिक्षण शिविर आरंभ किया गया. प्रशिक्षण में संताल परगना के विभिन्न जिलों से आये दर्जनों पुरुष, महिला वैद्य, कार्यकर्ता शामिल हुए. कार्यक्रम में हजारीबाग से आये प्रशिक्षक डा. उदय कुमार सिंह ने विभिन्न बीमारियों का जड़ी-बूटी से आसान इलाज के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि लीवर की समस्या, प्लीहा रोग, किडनी रोग, आमाशय रोग का इलाज हमारे पर्यावरण में उपलब्ध जड़ी-बूटियों से संभव है. बताया कि हमारे यहां कई तरह के मसाले हैं, जिनसे कई गंभीर रोगों का इलाज हो सकता है. कहा कि मधुमेह रोगी जौ, मडुवा, मक्का सामा, कोदो, साठी चावल, देशी चना अनाज को भोजन में शामिल करें. बाजार की सब्जी को छोड़ना होगा. बन बैंगन, डुमर, करैला, भींडी, परवल का सेवन करें. घर की उपजी साग- सब्जी खाये. मधुमेह से बचने के लिए पारंपरिक भोजन की ओर लौटना होगा. इस दौरान गैस की बीमारी से परेशान रहने वालों के इलाज के बारे में भी बताया गया. बवासीर से निजात पाने के लिए मकचन का फूल सुखाकर फांकी बनाकर खाने से ठीक हो जायेगा.
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