जादूगोड़ा.यूसिल प्रबंधन के खिलाफ बुधवार की सुबह मांगों को लेकर झारखंडी ऑर्गनाइजेशन अगेंस्ट रेडिएशन (जेओएआर) संगठन ने विरोध किया. संगठन के अध्यक्ष घनश्याम बिरुली के नेतृत्व में लोगों ने यूसिल के रियर गेट को सुबह 8 बजे से ही जाम कर दिया. इससे गाड़ियों की लंबी कतार लग गयी. जाम की सूचना मिलते ही यूसिल प्रबंधन हरकत में आया. जाम के करीब 4 घंटे बाद कंपनी की ओर से जेओएआर के सदस्यों को वार्ता के लिए बुलाया. सभी मांगों पर संतोषजनक वार्ता के बाद जाम को हटाया गया.
15 दिनों के अंदर काम शुरू नहीं होने पर करेंगे उग्र आंदोलन : अध्यक्ष
वहीं, जेओएआर संगठन के अध्यक्ष घनश्याम बिरुली ने कहा कि प्रबंधन ने सभी मांगों पर सहमति जतायी है. प्रबंधन द्वारा हर बार वार्ता में मांगों को मान लिया जाता है, लेकिन धरातल पर कार्य नहीं किया जाता है. इससे पहले भी 29 मार्च को हमारे संगठन द्वारा रियर गेट जाम किया गया था, उस वक्त भी प्रबंधन द्वारा हमारी मांगों पर दो दिनों के अंदर विचार करने पर सहमति बनी थी ,लेकिन इतने दिन के बाद भी कोई कार्य शुरू नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि अगर 15 दिनों के अंदर एक भी मांगों पर कार्य शुरू नहीं किया गया, तो इस बार उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे और इसकी पूरी जिम्मेवारी यूसिल प्रबंधन की होगी. वार्ता में यूसिल के डीजीएम राकेश कुमार, महेश साहू, संगठन की ओर से घनश्याम बिरुली, दुमका मुर्मू, समंतो मुर्मू, उदय नाथ मुर्मू, जुगल सिंह सारदा आदि मौजूद थे.
जेओएआर की ये हैं मांगें
-आदिवासियों की जमीन टेलिंग डैम को बिना अर्जित किये डूबा दिया गया है, उन आदिवासियों को अविलंब नौकरी व मुआवजा दिया जाये
– यूसिल के मृत कर्मचारियों के आश्रितों को अविलंब नौकरी दी जाये
– यूसिल द्वारा यूरेनियम अयस्क व टेलिंग की ढुलाई जन आबादी के बीचों-बीच होती है, जिसमें आम जनता को रेडिएशन युक्त धूल सांस के जरिए शरीर के अंदर जाती है, जो काफी खतरनाक है, सड़क पर पानी का छिड़काव होना चाहिए- रियर गेट के बाहरी क्षेत्र की कंक्रीट से ढलाई हो
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