Samastipur News:समस्तीपुर : शहर सहित ग्रामीण इलाकों में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था चरमराई हुई है. सबसे बड़ी समस्या जर्जर और अव्यवस्थित सिस्टम है, जिसके चलते नियमित रूप से बिजली बाधित हो रही है. तकनीकी खामियों और बिजली कंपनी की लापरवाही के कारण उपभोक्ताओं को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है. शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में ट्रांसफार्मरों पर स्विच नहीं होने के कारण एक उपभोक्ता के लाइन ठीक करने के लिए पूरे फीडर की बिजली आपूर्ति बंद करनी पड़ती है. ट्रांसफार्मर से फ्यूज बनाने और उपभोक्ता की लाइन मरम्मत के लिए दिन भर में 10 से अधिक बार शटडाउन लिया जाता है. शुक्रवार की सुबह करीब 7:40 बजे ई पावर हाउस से जुडें 33 केवीए के ब्रेक डाउन को दुरूस्त करने के लिए बिजली बंद की गयी और जंफर जोड़कर बिजली सप्लाई करीब दो घंटे के बाद दी गयी. 33 केवीए का शट डाउन लेने की जो व्यवस्था है उसमें संबंधित अभियंताओं को करीब एक घंटे से अधिक लग जाता है जो जांच का विषय है. आधारभूत संरचना दुरुस्त किये बिना बिजली कंपनी द्वारा 24 घंटे विद्युत आपूर्ति के दावे दम तोड़ते नजर आ रहे हैं. ट्रांसफार्मर से लेकर लाइन मैन व मिस्त्री की घोर कमी ने आपूर्ति व्यवस्था की हकीकत को खोलकर सामने ला खड़ा किया है. चाहे प्री-मानसून हो या फिर पोस्ट मानसून, हर बार बिजली कंपनी द्वारा साल में दो बार मेंटेनेंस के नाम पर घंटों बिजली गुल रखी जाती है. इसके बाद जरा सी हवा चलने से लाइन फाॅल्ट आना, उपकरण खराब होना, ट्रांसफार्मर में खराबी आना आम बात हो गई है. अब तो परेशान उपभोक्ता भी यह कहने लगी है कि यह कैसा मेंटेनेंस है…
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