Sasaram News : एक जून से नहीं, खरीफ फसल के लिए 15 को बराज से नहरों में छोड़ा जायेगा पानी

नहरों में मरम्मती कार्य को लेकर 15 दिन विलंब, 5.97 लाख हेक्टेयर भूमि को कृषि के लिए किया गया है विकसित451842 हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई करने का है लक्ष्य447979 हेक्टेयर

By PANCHDEV KUMAR | May 22, 2025 9:51 PM
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नहरों में मरम्मती कार्य को लेकर 15 दिन विलंब,

5.97 लाख हेक्टेयर भूमि को कृषि के लिए किया गया है विकसित

451842 हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई करने का है लक्ष्य

447979 हेक्टेयर भूमि में पिछले वर्ष की गयी थी सिंचाई

तारिक महमूद, डेहरी

मिली जानकारी के अनुसार, नहरों में कई जगह हो रहे मरम्मत कार्य के कारण होने वाले विलंब को देखते हुए जल संसाधन विभाग डेहरी की ओर से पानी छोड़ने को लेकर वरीय अधिकारियों से 15 दिन का एक्सटेंशन मांगा गया था. बताया जाता है कि जल संसाधन विभाग डेहरी के मुख्य अभियंता एक्सटेंशन कराने को लेकर पटना गये हुए थे. उनके द्वारा एक्सटेंशन को लेकर किये गये अनुरोध को विभाग ने मान लिया है. इसके बाद विभाग से 15 जून से खरीफ फसल को लेकर पानी छोड़े जाने को लेकर तैयारी की जा रही है. 15 दिनों के मिले एक्सटेंशन के बाद मुख्य अभियंता डेहरी द्वारा अपने अधीन संबंधित सभी अधिकारियों को हर हाल में 15 जून से पहले तक नहरों के मरम्मत कार्य को पूरा करने का निर्देश दिया गया है.

बताया जाता है कि कई वर्षों बाद 15 दिनों के विलंब से खरीफ को लेकर इंद्रपुरी बराज से नहरों में पानी छोड़ा जायेगा. इसके पहले इंद्रपुरी बराज से प्रत्येक वर्ष खरीफ को लेकर 25 मई से एक जून के बीच पानी छोड़ा जाता था. लेकिन, इस बार पानी छोड़ने में 15 दिनों के विलंब से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.

जल संसाधन विभाग डेहरी की ओर से लक्ष्य का निर्धारण कर लिया गया है. लक्ष्य निर्धारण कर अभियंता प्रमुख पटना को भेज दिया गया है. वर्ष 2025 में सिंचाई विभाग से कुल 714526.10 हेक्टेयर भूमि में से 597303.25 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई के लिए विकसित किया है. सिंचाई के लिए विकसित भूमि में से इस वर्ष 451842 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई करने का लक्ष्य जल संसाधन विभाग डेहरी की ओर से निर्धारित कर विभाग को भेजा गया है. बताया जाता है कि अभियंता प्रमुख भेजे गये निर्धारित लक्ष्य में वृद्धि कर सकते हैं. मालूम हो कि पिछले वर्ष 2024 में जल संसाधन विभाग से 449820 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. इस दौरान 99.59 प्रतिशत यानि 447979.70 हेक्टेयर भूमि में संचित की गयी थी.

इंद्रपुरी बराज से निकलीं हैं मुख्य तीन नहरें

बताया जाता है कि इंद्रपुरी बराज से मुख्य तीन नहरें निकली हैं. इसमे आरा नहर की लंबाई 84.5 किलोमीटर, गारा चौबे नहर की लंबाई 61 किलोमीटर और बक्सर नहर की लंबाई 69.86 किलोमीटर है. विभाग द्वारा मुख्य-मुख्य नहरों के साथ सहायक नहरों के टेल एंड तक पानी पहुंचाने को लेकर कार्रवाई की जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार, वर्तमान में इंद्रपुरी बराज में जल स्तर 355 फीट है. जो वर्तमान के लिए काफी है. लेकिन, पानी छोड़े जाने के बाद आवश्यकता पड़ने पर रिंहद और वाणसागर से पानी की मांग की जा सकती है.

देरी से पानी मिलने पर बिचड़ा डालने में होगी परेशानी

कहते है अधिकारी:::

बराज पर 355 फुट पानी मेंटेन, अतिरिक्त पानी को किया जा रहा डिस्चार्ज

बराज से पानी छोड़ने के बाद खेतों तक पहुंचने में होगी परेशानी

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