सदर अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट नहीं हुआ चालू, चार साल से बंद

जामताड़ा. कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की किल्लत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. इसी संकट को देखते हुए सदर अस्पताल में करीब 70

By MANOJ KUMAR | March 23, 2025 12:08 AM
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जामताड़ा. कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की किल्लत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. इसी संकट को देखते हुए सदर अस्पताल में करीब 70 लाख रुपये की लागत से ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया गया था, ताकि मरीजों को राहत मिल सके. लेकिन चार साल बीत जाने के बाद भी यह प्लांट चालू नहीं हो पाया. जिले का सबसे बड़ा अस्पताल सदर अस्पताल खुद बीमार पड़ा है. यह कोई कोरी अफवाह नहीं, बल्कि अस्पताल की बदहाल स्थिति और मरीजों की पीड़ा इसे साबित करती है. ऑक्सीजन प्लांट तो मौजूद है, लेकिन अब तक शुरू नहीं किया जा सका, जिससे गंभीर मरीजों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. स्थिति और भी चिंताजनक हो जाती है जब पता चलता है कि अस्पताल में 50% डॉक्टरों की कमी है. ओपीडी सेवाएं भी सुचारू रूप से नहीं चल पा रही हैं.

टाटा कंपनी ने दिया था प्लांट, फिर भी नहीं हुई शुरुआत

कोरोना महामारी के दौरान टाटा कंपनी ने सीएसआर फंड के तहत इस ऑक्सीजन प्लांट को स्थापित किया था. योजना चार साल पहले बनी थी, पाइपलाइन भी बिछाई गई, लेकिन अब तक मरीजों को एक बूंद भी ऑक्सीजन नसीब नहीं हुई.

पाइपलाइन तैयार, मगर ऑक्सीजन का अता-पता नहीं

अस्पताल के सभी वार्डों में ऑक्सीजन पाइपलाइन का काम पूरा हो चुका है. लेकिन इन पाइपलाइनों में ऑक्सीजन कब बहेगी, इसकी जानकारी किसी के पास नहीं.

क्या कहते हैं सिविल सर्जन

– डॉ आनंद मोहन सोरेन, सीएस, जामताड़ा

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